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brahmi Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)


brahmi ka kya matlab hota hai


ब्राह्मी

एक स्क्रिप्ट (संभवतः 7 वीं शताब्दी ईसा पूर्व अरामिक से अनुकूलित

Noun:

ब्राह्मी,



brahmi शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:



येे लेख् ब्राह्मी, ग्रीक, अरमिक् मे पूरे अपने सम्राज्य मे अंकित् किया।

सम्प्रति केवल ब्राह्मी-संहिता ही मिलती है।

ब्राह्मी-लिपि परिवार का वृक्ष - इसमें ब्राह्मी से उत्पन्न लिपियों की समय-रेखा का चित्र दिया हुआ है।

देवनागरी का विकास ब्राह्मी लिपि से हुआ है।

देवनागरी, भारत, नेपाल, तिब्बत और दक्षिण पूर्व एशिया की लिपियों के ब्राह्मी लिपि परिवार का हिस्सा है।

नागरी, सिद्धम और शारदा तीनों ही ब्राह्मी की वंशज हैं।

देवनागरी का विकास ब्राह्मी लिपि से हुआ है।

परंतु यहाँ यह ध्यान रखने की बात है कि भारत की "ब्राह्मी" या "भारती" वर्णमाला की ध्वनियों में व्यंजनों का "पाणिनि" ने वर्णसमाम्नाय के 14 सूत्रों में जो स्वरूप परिचय दिया है- उसके विषय में "पतंजलि" (द्वितीय शताब्दी ई.पू.) ने यह स्पष्ट बता दिया है कि व्यंजनों में संनियोजित "अकार" स्वर का उपयोग केवल उच्चारण के उद्देश्य से है।

इसमें चार संहिताएँ हैं—(क) ब्राह्मी, (ख) भागवती, (ग) सौरा तथा (घ) वैष्णवी ।

इसमें चार संहिताएँ हैं—(क) ब्राह्मी, (ख) भागवती, (ग) सौरा तथा (घ) वैष्णवी ।

पहलवी-ब्राह्मी लिपि से उत्पन्न दक्षिण-पूर्व एशिया की लिपियों की समय-रेखा।

भारत तथा एशिया की अनेक लिपियों के संकेत देवनागरी से अलग हैं, परन्तु उच्चारण व वर्ण-क्रम आदि देवनागरी के ही समान हैं, क्योंकि वे सभी ब्राह्मी लिपि से उत्पन्न हुई हैं (उर्दू को छोड़कर)।

येे लेख् ब्राह्मी, ग्रीक, अरमिक् मे पूरे अपने सम्राज्य मे अंकित् किया।

ब्राह्मी परिवार की लिपियाँ।

देवनागरी, भारत, नेपाल, तिब्बत और दक्षिण पूर्व एशिया की लिपियों के ब्राह्मी लिपि परिवार का हिस्सा है।

नागरी, सिद्धम और शारदा तीनों ही ब्राह्मी की वंशज हैं।

इस स्थान पर सम्राट अशोक द्वारा स्थापित अशोक स्तम्भ पर ब्राह्मी लिपि में प्राकृत भाषा में बुद्ध का जन्म स्थान होने का वर्णन किया हुआ शिलापत्र अवस्थित है।

देवनागरी की वर्णमाला (वास्तव में, ब्राह्मी से उत्पन्न सभी लिपियों की वर्णमालाएँ) एक अत्यन्त तर्कपूर्ण ध्वन्यात्मक क्रम (phonetic order) में व्यवस्थित है।

भारत तथा एशिया की अनेक लिपियों के संकेत देवनागरी से अलग हैं, परन्तु उच्चारण व वर्ण-क्रम आदि देवनागरी के ही समान हैं, क्योंकि वे सभी ब्राह्मी लिपि से उत्पन्न हुई हैं (उर्दू को छोड़कर)।

ब्राह्मी परिवार की लिपियों में देवनागरी लिपि सबसे अधिक संयुक्ताक्षरों को समर्थन देती है।

देवनागरी की वर्णमाला (वास्तव में, ब्राह्मी से उत्पन्न सभी लिपियों की वर्णमालाएँ) एक अत्यन्त तर्कपूर्ण ध्वन्यात्मक क्रम (phonetic order) में व्यवस्थित है।

:४) सूत जी और ऋषि-मुनियों की इस वार्ता के रूप में कही गयी "महाभारत" का लेखन कला के विकसित होने पर सर्वप्रथम् ब्राह्मी या संस्कृत में हस्तलिखित पाण्डुलिपियों के रूप में लिपी बद्ध किया जाना।

ब्राह्मी-लिपि परिवार का वृक्ष - इसमें ब्राह्मी से उत्पन्न लिपियों की समय-रेखा का चित्र दिया हुआ है।

उपरोक्त दोनों गुणों के कारण ब्राह्मी लिपि का उपयोग करने वाली सभी भारतीय भाषाएँ 'स्पेलिंग की समस्या' से मुक्त हैं।

ब्राह्मी परिवार की लिपियाँ भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है।

इस स्थान पर सम्राट अशोक द्वारा स्थापित अशोक स्तम्भ पर ब्राह्मी लिपि में प्राकृत भाषा में बुद्ध का जन्म स्थान होने का वर्णन किया हुआ शिलापत्र अवस्थित है।

उस समय संस्कृत ऋषियों की भाषा थी और ब्राह्मी आम बोलचाल की भाषा हुआ करती थी।

उपरोक्त दोनों गुणों के कारण ब्राह्मी लिपि का उपयोग करने वाली सभी भारतीय भाषाएँ 'स्पेलिंग की समस्या' से मुक्त हैं।

brahmi's Usage Examples:

and wooden tablets were discovered, inscribed in Sanskrit, Chinese, Tibetan and the Brahmi script of Khotan, the arid conditions, here as elsewhere, having caused these and other perishable objects to remain remarkably well preserved.


It was by this latter route that the traders brought back to India the Brahmi alphabet, the art of brickmaking and the legend of the Flood.


Buhler, on the other hand, shows from literary evidence that writing was in common use in India in the 5th, possibly in the 6th, century B.C. The oldest alphabet must have been the Brahmi lipi, which is found all over India.


The people of India already possessed their Brahmi alphabet, of these alphabets is drawn from this work and from the same author's Indische Palciographie in the Grundriss der indo-arischen Philologie, to which is attached an atlas of plates (Strassburg, 1896), and in which a full bibliography is given.


The alphabets of India all spring from two sources: (a) the Kharosthi, (b) the Brahmi alphabet.


Rapson 2 has pointed out that both Kharosthi and Brahmi letters are found upon Persian silver sigloi, which were coined in the Punjab and belong to the period Oldest Saba:An Bra Hmi FfHAROSTHI kTHIOPIC tfignyarinc, ([[Arabic) Table I]].


On the coins struck in India, the well-known Indian alphabet (called Brahmi by the Indians, the older form of the Devanagari) is used; on the coins struck in Afghanistan and in the Punjab the Kharoshthi alphabet, which is derived directly from the Aramaic and was in common use in the western parts of India, as is shown by one of the inscriptions of Asoka and by the recent discovery of many fragments of Indian manuscripts, written in Kharoshthi, in eastern Turkestan (formerly this alphabet has been called Arianic or Bactrian Pali; the true name is derived from Indian sources).


In the 1 In 1909 an inscription in Brahmi characters was discovered near Bhilsa in Central India recording the name of a Greek, Heliodorus.


written in Sanskrit, Brahmi and Chinese characters, wooden tablets in the Kharoshti script, furniture and various cereals.


The history of the Brahmi alphabet is more difficult.



brahmi's Meaning':

a script (probably adapted from the Aramaic about the 7th century BC

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