bourgeoisify Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
bourgeoisify ka kya matlab hota hai
बुर्जुआ
Noun:
पूंजीपति, पूंजीपति वर्ग,
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bourgeoisify शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
पूंजीपति वर्ग आर्थिक क्षेत्र में ही नहीं बल्कि राजनीतिक क्षेत्र में भी प्रभावी हो गया।
समाजवादी विचारधारा : औद्योगिक क्रांति से कामगारों और मजदूरों की दशा जहां सोचनीय हुई, वहीं पूंजीपतियों की दशा में उत्तरोत्तर वृद्धि होती गई।
औद्योगिक विकास की प्रक्रिया में औद्योगिक समाज में दो वर्ग स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं, एक वर्ग पूंजीपति वर्ग कहलाता है तो दूसरा मजदूर वर्ग।
पूंजीपति अपना मुनाफा और बढ़ाने के लिए श्रमिकों का शोषण करने लगे।
सरकार, शैक्षणिक संस्थानों और उद्यम पूंजीपतियों से जुड़े क्षेत्र में कई स्टार्टअप इन्क्यूबेटर और एक्सेलेरेटर हैं।
2. द्वितीय श्रेणी के अंतर्गत उच्च मध्यम वर्ग आता था, जिसमें व्यापारी छोटे जमींदार, पूंजीपति सम्मिलित थे।
प्रथम पूंजीवादी वर्ग, जिसमें व्यापारी और पूंजीपति सम्मिलित थे।
प्राचीनकाल में मालिक व दास, मध्ययुग में सामन्त व सेवक या कामदार, आधुनिक युग में मजदूर व पूंजीपति आदि वर्ग रहे हैं।
पूंजीपति वर्ग आर्थिक क्षेत्र में ही नहीं बल्कि राजनीतिक क्षेत्र में भी प्रभावी हो गया।
पूंजीपति वर्ग अपने आप को ऊँचा मानकर सदैव अपनी स्थिति मजबूत करता है वहीं दूसरी ओर मजदूर वर्ग अपने स्थिति को ऊँचा उठाने के लिए हमेशा पूंजीपति वर्ग के उत्पादन की प्रणाली में अंतर्द्वन्द देखता है और अपनी स्थिति को ऊँचा उठाने के लिए पूँजीपति द्वारा कमाये गये मुनाफे में अपना हिस्सा माँगता है।
इसने केवल निरंकुश, एकतन्त्री, स्वेच्छाचारी, ज़ारशाही शासन का ही अन्त नहीं किया बल्कि कुलीन जमींदारों, सामंतों, पूंजीपतियों आदि की आर्थिक और सामाजिक सत्ता को समाप्त करते हुए विश्व में मजदूर और किसानों की प्रथम सत्ता स्थापित की।
4) पूंजीपति वर्ग द्वारा राज्य के नियंत्रण, जो के प्रभाव के कानूनों उनके वर्ग हितों के पक्ष में और सर्वहारा वर्ग के प्रकोप वसूल की मार्ग है।
पूंजीवाद और नागरिक समाज के बीच की कड़ी से सहमति जताते हुए, मार्क्स का मानना था कि नागरिक समाज पूंजीपति वर्ग के हितों का प्रतिनिधित्व करता है (एडवर्ड्स 2004:10). इसलिए, बाहरी ढांचे के रूप में राष्ट्र प्रमुख वर्ग के हितों का भी प्रतिनिधित्व करता है; पूंजीवाद के अंतर्गत, यह पूंजीपति वर्ग के वर्चस्व को बनाए रखता है।
मजदूर अधिक से अधिक वेतन व सुविधाएं लेना चाहते हैं जबकि पूंजीपति उनका अधिक से अधिक शोषण करना चाहते हैं।
मार्क्स ने तर्क दिया कि राष्ट्र एक तटस्थ समस्या का समाधान करने वाला नहीं हो सकता. बल्कि, उसने राष्ट्र को पूंजीपति वर्ग के हितों के रक्षक के रूप में दर्शाया. उसने राष्ट्र और नागरिक समाज को पूंजीपति वर्ग के कार्यकारी हाथ माना; इसलिए दोनों तिरस्कृत होने चाहिए (ब्राउन 2001:74).।
अपने कल्याण कार्यक्रमों के कारण वह पूंजीपति वर्ग को पहले ही नाराज कर चुका था।
जहाँ पूंजीपति वर्ग उत्पादन के साधनों पर एकाधिकार जमा लेने की वजह से शोषक वर्ग की भूमिका निभाता है तो वहीं दूसरी ओर मजदूर वर्ग होता है जो उत्पादन के साधनों से वंचित रहता है तथा उसका शोषण पूंजीपति वर्ग द्वारा होता है।
भारत विश्व में साफ्टवेयर इंजीनियरों के सबसे बडे आपूर्ति कर्त्ताओं में से एक है और सिलिकॉन वैली में सयुंक्त राज्य अमेरिका में लगभग ३० % उद्यमी पूंजीपति भारतीय मूल के है।
(क) बुर्जुआ या पूंजीपति वर्ग (Bourgeoisie or Capitalist)।
अर्थव्यवस्था: वह साम्यवाद का विरोधी था इसलिए जर्मनी के पूंजीपतियों ने उसे पूरा सहयोग दिया।
सूक्बष्नाम विभाजन किए जा सकते हैं, हालांकि पूंजीवाद में सबसे महत्वपूर्ण उपसमूह छोटा सा पूंजीपति वर्ग (छोटा बुर्जुआ) रहना है, लोग जो अपने उत्पादन पर काबू रखते हैं लेकिन दूसरों को काम पर रखने की बजाय इस पर खुद काम करके मुख्य रूप से इसका उपयोग करते हैं।
स्तरीकरण के नजरिये से देखा जाये तो पूंजीपति वर्ग तथा मजदूर वर्ग दोनों के सामाजिक स्तर परस्पर अलग-अलग हैं।
छोटा पूंजीपति वर्ग: स्वयं कार्यरत व्यक्ति, जो किसी भी श्रमिक को किराये पर नहीं रखते हैं, इसके बदले वे पारिवारिक अवैतनिक श्रम पर निर्भर करते हैं।
आर्थर रॉक (निवेशक और उद्यम पूंजीपति) ने उन्हें निवेशकों को खोजने में मदद की, जबकि मैक्स पालेव्स्की एक प्रारंभिक चरण से बोर्ड पर थे।