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bladdery Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)


bladdery ka kya matlab hota hai


मूत्राशय

एक मूत्राशय जैसा दिखता है

Adjective:

मूत्राशय का,



bladdery शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:



कई दशकों के अनुसंधान तम्बाकू के उपयोग और फुफ्फुस, स्वर यंत्र, सिर, गर्दन, आमाशय, मूत्राशय, वृक्क, ग्रसनी और अग्नाशय के कैंसर के बीच सम्बन्ध को प्रर्दशित करते हैं।

यूटीआई लक्षणों के एकाधिक एपीसोड वाले लोगों में इंटरस्टिशल सिस्टिसिस (मूत्राशय का गंभीर दर्द) हो सकता है लेकिन मूत्र कल्चर नकारात्मक बना रहता है और एंटीबायोटिक से कोई सुधार भी नहीं होता है।

नारियल देर से पचने वाला, मूत्राशय शोधक, ग्राही, पुष्टिकारक, बलवर्धक, रक्तविकार नाशक, दाहशामक तथा वात-पित्त नाशक है।

जब यह मूत्र पथ निचले हिस्से को प्रभावित करता है तो इसे सामान्य मूत्राशयशोध (मूत्राशय का संक्रमण) कहा जाता है और जब यह ऊपरी मूत्र पथ को प्रभावित करता है तो इसे वृक्कगोणिकाशोध (गुर्दे का संक्रमण) कहा जाता है।

पुरुषों में, मूत्राशय का आधार, मलाशय और जघन सहवर्धन के बीच स्थित है।

इस क्रिया में मूत्राशय का मूत्र यूरेथ्रा, मूत्रद्वारा होते हुए शरीर से बाहर निकाला जाता है।

12. मूत्राशय में बनने वाल पथरी रोग में शल्य क्रिया का वर्णन है।

यह एक्स-रे मूत्राशय का आकार दिखाता है और डॉक्टर को ऐसी किसी भी समस्या को देखने देता है जो मूत्र के सामान्य प्रवाह को अवरुद्ध कर सकता है।

इस प्रक्रिया में मूत्राशय का निरिक्षण किया जाता हैं।

यह संयुग्मित बिलीरूबिन यकृत से स्रावित होकर पित्त के हिस्से के रूप में पित्तनली और मूत्राशयिक नालियों में पहुंचता है।

मूत्राशय की बिमारी दूर होती है।

पेशी ऊतक अरेखित (Unstriped), रेखित (Striped) तथा हृदयक (Cardiac) जैसे तीन प्रकारों में बँटे हुए हैंअनैच्छिक रूप से गति करनेवाले अंगों आहार नाल, मलाशय, मूत्राशय, रक्त वाहिनियाँ आदि में अरेखित ऊतक पाये जाते हैं।

पीएच बदलना, मूत्राशय का संक्रमण , क्रिस्टलाइड का कोलाइड से अधिक मात्रा में हो जाना, शरीर में पानी की कमी, कठोर जल का सेवन , कैल्शियम और विटामिन डी की अधिकता , विटामिन ए की अल्पता , एस्ट्रोजन की अधिकता, एंटीबायोटिक जैसे कि सल्फोनामाइड का अधिक सेवन, मूत्र ठहराव इत्यादि इस रोग के प्रमुख संभावित कारण हैं।

यकृत विद्रधि के अतिरिक्त इस रोग से उत्पन्न होनेवाले अन्य उपद्रवों में आंत्रछिद्रण (intestinal perforation) तथा अवरोध (obstruction), कोथ (gangrene), मूत्राशयशोथ हैं।

क्रम से पाचन प्रणाली (मुख, जीभ, गला, आमाशय, यकृत, आँत, तिल्ली और मलाशय), हृदय तथा रक्तसंचार प्रणाली, श्वासप्रणाली, मूत्रप्रणाली के गुर्दे और मूत्राशय, त्वचा, तंत्रिकातंत्र (बुद्धि, ज्ञान, मांसपेशियों की कुशलता, ज्ञानेंद्रियों की कुशलता, प्रतिक्षेप क्रिया), हड्डियों और जोड़ों की परीक्षा की जाती है।

गर्भाशय को चीरकर गर्भ को बाहर निकालने तथा मूत्रवाहिनी, मूत्राशय एवं वृक्कों में यदि मूत्र रुका हो, तो उसे वहाँ से शल्य कर्म या अन्य प्रकार से बाहर निकालने का उल्लेख मिलता है।

पेशाब करने में दिक्कत , पेशाब में जलन , दर्द, रक्त का आना,पेशाब में अनियमितता, बैचेनी, भूख कम लगना ,मूत्रमार्ग का फटना,पशु का पेट की ओर लात मारना, पेट के निचले हिस्से में द्रव का भर जाना, गंभीर स्थिति में पेशाब का न आना , मूत्राशय का फटना इत्यादि लक्षण मिल सकते हैं।

(4) मूत्राशय-योन नाड़ीव्रण (fistula)- मूत्राशय का निचा हिस्सा प्रसव के समय आधात से, अथवा दुर्दभ्य अर्बुद से विदीर्ण हो जाता है और मूत्र हर समय योनिपथ से टपकता रहता है।

मूत्राशय का तंत्रिका नियंत्रण मेरुरज्जु से होने के कारण मेरुरज्जु के उपघात के पश्चात्‌ कुछ समय तक मूत्राशय सर्वथा काम नहीं करता।

महीने भर इस तरह पानी पीने से गुर्दे और मूत्राशय की पथरी धीरे-धीरे गल कर निकल जाती है।

जब यह कुपित होती है तब मूत्राशय और गुदा से संबंधित रोग होते हैं।

मूत्राशय का फटन पर्युदर्या के बाहर (extrapertoneal, 80%) अथवा पर्युदर्या के अंदर (intrapertoneal, 20%) हो सकता है।

मूत्र गुर्दे से शुरु हो मूत्रवाहिनी से होकर मूत्राशय तक बहता है, और शरीर से मूत्रमार्ग के माध्यम से उत्सर्जित होता है।

o कुलथी के सेवन से पथरी टूट कर या धुल कर छोटी होती है, जिससे पथरी सरलता से मूत्राशय में जाकर पेशाब के रास्‍ते से बाहर आ जाती है।

गर्भकालीन मधुमेह से ग्रस्त स्त्रियों में कोई लक्षण नहीं होते हैं (व्यापक जांच की एक और वजह), लेकिन कुछ स्त्रियों में अधिक प्यास, अधिक पेशाब होना, थकान, मतली और उल्टी, मूत्राशय का संक्रमण, फफूंदी का संक्रमण और धुंधली दृष्टि आदि देखे जा सकते हैं।

bladdery's Meaning':

resembling a bladder

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