bego Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
bego ka kya matlab hota hai
बेगो
Verb:
मान लेना, निवेदन करना, भीख में मांगना,
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bego शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
यह प्रतिभास के स्तर पर होता है इसे तुराविधा कहते हैं दूसरी तरफ सीपी को सीपी मान लेना समष्टिगत भ्रम है यह व्यवहार का स्तर है इसे मूलाविधा कहते है ये दोनों प्रकार के भ्रम अनिर्वचनीय है यहाँ पहले भ्रम का खण्डन व्यवहार से जबकि दूसरे का परमार्थ से होता है ।
ऐसा होने का कारण है मनुस्मृति में दिए सूत्र में कलयुग की अवधि पृथ्वी के 1200 वर्षों को 1200 दैववर्ष मान लेना जिसमे 30 -30 दैव दिनों के 12 दैव महीने होते हैं और एक दैव दिन पृथ्वी के 1 वर्ष के बराबर होता है ।
हसित, अपहसित आदि अन्य कोटियों का इन्हीं दोनों में अंतर्भाव मान लेना चाहिए।
विज्ञापन के पर्यायवाची के रूप में समझना सूचना देना, इश्तहार, निवेदन करना आदि शब्द दिए गए है।
अतः रक्त से रोग मिट जाने पर भी रोग से पूर्णतया मुक्ति मिल गई है ऐसा मान लेना गलत है।
वास्तव में राजा के पद पर उसका कोई लोकतांत्रिक चुनाव हुआ, यह निश्चितरूप से सही मान लेना तो कठिन है, पर यह अवश्य प्रतीत होता है कि अपने सत्कार्यो से उसने जनमानस में अपने लिये उच्चस्थान बना लिया था।
स्वतंत्रता के बाद पाकिस्तान ने खाडी के प्रदेश पर अपना मालिकाना हक जताया. इसके जवाब में भारत का प्रस्ताव था कि कच्छ के रण से लेकर खाडी के मुख तक की एक सीधी रेखा को सीमा रेखा मान लेना चाहिए।
कपड़ो के अलावा यदि घर के लिए साजो समान लेना हो तो यहाँ घर के सजावट के लिए भरपूर समान है।
अस्तु, अर्थशास्त्र का ध्येय संपूर्ण इच्छाओं के अभाव को मान लेने से थोड़े से व्यक्तियों का ही कल्याण हो सकेगा और जनता का उससे कुछ भी लाभ न होगा, इसलिए इस ध्येय को मान लेना उचित न होगा।
४ अनिर्वचनीय अनुपपत्ति- शंकर माया को अनिर्वचनीय कहते थे, रामानुज के अनुसार ऐसा कहना भी एक प्रकार से व्यक्त्य्व देने के समान है विश्व मे दो ही कोटिया हो सकती है सत्- असत इन दोने से परे अनिर्वच्नीयता को मान लेना तर्कशास्त्र के नियमो का उल्लघन है।
वह खुद को एक महिला को गहरा उसे उसे उसके पेशे के असहनीय बंधन से बचाने के लिए विठोबा के लिए समर्पित है, और निवेदन करना के रूप में प्रस्तुत करता है।
सख्य: ईश्वर को ही अपना परम मित्र समझकर अपना सर्वस्व उसे समर्पण कर देना तथा सच्चे भाव से अपने पाप पुण्य का निवेदन करना।
फिर भी यह नहीं मान लेना चाहिय कि इस संघ में कोई नीति-कर्म नहीं है।