ayus Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
ayus ka kya matlab hota hai
आयुष
Noun:
अपान, मलद्वार, गुदा,
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ayus शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
ज्ञानेंद्रियाँ पूर्वोक्त पाँच हैं, कर्मेंद्रियाँ मुख, हाथ, पैर, मलद्वार तथा जननेंद्रिय हैं जो क्रमश: बोलने, ग्रहण करने, चलने, मल त्यागने तथा संतानोत्पादन का कार्य करती है।
इसके नीचे थोड़ी सी दूरी पर एक छिद्र होता है जिसे मलद्वार या मल निकास द्वार कहते है।
मलद्वार और योनि के आसपास खुजली, नींद न आना, बिस्तर में पेशाब और पेट दर्द पिनकृमि के संक्रमण के लक्षण हैं।
मूलाधार, स्वाधिष्ठान, मणिपुर, अनाहत, विशुद्ध, आज्ञा, सहत्रधार चक्र. उन्नीस मुख पांच कर्मेन्द्रियाँ, पांच ज्ञानेन्द्रियाँ.पांच प्राण- प्राण, अपान, समान,’व्यान, उदान तथा मन, बुद्धि, चित्त, अहंकार.।
तथा प्राण और अपान की जो सन्धि है वही व्यान है ।
एलर्जी संबंधी प्रतिक्रिया-त्वचा लाल हो जाना, त्वचा में खुजली और मलद्वार के चारों ओर खुजली।
कई योगी अपान वायु में प्राण वायु का हवन करते हैं जैसे अनुलोम विलोम से सम्बंधित श्वास क्रिया तथा कई प्राण वायु में अपान वायु का हवन करते हैं जैसे गुदा संकुचन अथवा सिद्धासन।
महिलाओं में कब्ज होने के समय मलद्वार को यहीं मांसपेशियां रोकती है।
एकादश रुद्र- प्राण, अपान, व्यान, उदान, समान, नाम, कूकल, कूर्म, देवदत्त, धनंजय, आत्मा।
अधिक चटपटी चीजें खाने के कारण मलद्वार के पास फोड़ा हो जाता है जो आगे बढ़कर भगन्दर का रूप ले लेता है।
भगन्दर रोग होने का सबसे प्रमुख कारण यह है कि जब किसी व्यक्ति के मलद्वार के पास कोई फोड़ा बन जाता है और उसमें जब कई मुंह बन जाते हैं और रोगी व्यक्ति इस फोड़े से छेड़छाड़ करता है तो उसे यह रोग हो जाता है।
पंच पवन- प्राण वायु, अपान वायु, उदान वायु, व्यान वायु, समान वायु।
डायरिया से उत्पन्न जटिलताओं में निर्जलीकरण (डी-हाइड्रेशन), इलेक्ट्रोलाइट (खनिज) असामान्यता और मलद्वार में जलन, शामिल हैं।
शरीर के अंतिम खंड में मलद्वार या गुदा होती है।
कई दोनों प्रकार की वायु, प्राण और अपान को रोककर प्राणों को प्राण में हवन करते हैं जैसे रेचक और कुम्भक प्राणायाम।
आयुर्वेद अपान वायु का स्थान अग्नाश्य के नीचे गुदा द्वार तक है इससे निष्काशन प्रणाली कार्य करती है।
शेष मिट्टी मलद्वारा से बाहर निकलती जाती हैं।
गुदा से अपान वायु और मल का विसर्जन होता है।
पुरुष जो प्राणन करता है वह प्राण है और जो अपश्वास लेता है वह अपान है ।
शब्दार्थ मल (Feces, faeces, or fæces) वह वर्ज्य पदार्थ (waste product) है जिसे जानवर अपने पाचन नली से मलद्वार के रास्ते निकलते हैं।
पैरानियम बाडी मलद्वार के आगे तथा जननद्वार के पीछे होती है।