anythings Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
anythings ka kya matlab hota hai
कुछ भी
Pronoun:
कोई बात, कोई चीज़, कोई भी वस्तु,
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anyways
anywhere
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aortas
anythings शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
इसके अतिरिक्त शाकाहार में और कोई चीज़ शामिल नहीं है।
ज़ुर्म फिल्म के "जब कोई बात बिगड़ जाए" से उन्हें पहली सफलता मिली।
यह उपयोगी साबित होता है जब वस्तुओं को समय के साथ बार-बार गिनना हो, जैसे कि पूरे दिन में कोई चीज़ कितने बार हुई हो।
लता मंगेशकर जी के साथ ‘सजदा’, गुलज़ार के साथ ‘मरासिम’ और ‘कोई बात चले’, कहकशां, साउंड अफ़ेयर, डिफ़रेंट स्ट्रोक्स और मिर्ज़ा ग़ालिब अहम हैं।
" मैं उनके बारे में इससे बड़ी तारीफ की और कोई बात सोच नहीं पा रहा हूँ कि जिस विश्वास के साथ करीना ने गीत के किरदार को निभाया है उस तरह से कोई भी और अदाकारा नहीं निभा पाती."।
अल्लाह से तो कोई चीज़ न धरती में छिपी है और न आकाश में।
उसने कहा कि राजा विक्रमादित्य आकर तुम्हें श्राप से मुक्ति दिलाएँगे तथा तुम्हारा पत्नी के रूप में वरण करेंगे अगर वह साधु तुम्हें कोई चीज़ उपहार स्वरुप देगा।
17|88|कह दो, "यदि मनुष्य और जिन्न इसके लिए इकट्ठे हो जाएँ कि क़ुरआन जैसी कोई चीज़ लाएँ, तो वे इस जैसी कोई चीज़ न ला सकेंगे, चाहे वे आपस में एक-दूसरे के सहायक ही क्यों न हों।
24|29|इसमें तुम्हारे लिए कोई दोष नहीं है कि तुम ऐसे घरों में प्रवेश करो जिनमें कोई न रहता हो, जिनमें तुम्हारे फ़ायदे की कोई चीज़ हो।
(5) बेशक ख़ुदा पर कोई चीज़ पोशीदा नहीं है (न) ज़मीन में न आसमान में ।
लेकिन जब उसपर सत्य प्रकट हो गया तो कोई चीज़ उसे सत्य को स्वीकार करने से न रोक सकी , क्योंकि उसकी गुमराही केवल एक बहुदेववादी वातावरण में आँखें खोलने के कारण थी।
फ़रिश्ता दिल में कोई बात डाल दे।
यद्यपि इसके लिए वे सब इकट्ठे हो जाएँ और यदि मक्खी उनसे कोई चीज़ छीन ले जाए तो उससे वे उसको छुड़ा भी नहीं सकते।
अमेरिका में एस्सा कहा जाता है की "अगर तुम्हे कोई एक थप्पड़ मरे तो उससे सूली पे चढ़ा दो " भला ये भी कोई बात है ये तो सारा सर हिंशा को बढ़ावा है और हमारे गाधीजी कहा करते थे की "अगर कोई एक थप्पड़ मरे तो दूसरा गाल दे दो वे खुद सरमा जाये गा" this is written by Binayak Datta Pramanik.।
यदि कोई बात सार्वजनिक क्षेत्र में है या पूर्व कला के भाग की तरह उपलब्ध है तो उसे भी आविष्कार नहीं कहा जा सकता।
किसी एक विषय की चर्चा हो रही हो, इसी बीच में कोई दूसरा विषय उपस्थित होकर पहले विषय से मेल में मालूम हो वहाँ पताका स्थान होता है, जैसे, रामचरित् में राम सीता से कह रहे हैं—'हे प्रिये ! तुम्हारी कोई बात मुझे असह्य नहीं, यदि असह्य है तो केवल तुम्हारा विरह, इसी बीच में प्रतिहारी आकर कहता है : देव ! दुर्मुख उपस्थित।
17|44|सातों आकाश और धरती और जो कोई भी उनमें है सब उसकी तसबीह (महिमागान) करते है और ऐसी कोई चीज़ नहीं जो उसका गुणगान न करती हो।
देश में जब भी हिंदी को लेकर कोई बात होती है, तो देश के नेतागण ही नहीं बल्कि कथित बुद्धिजीवी भी हिंदी वालों को अपशब्द कहे बिना आगे नहीं बढ़ते।
आशय का आपराधिक विधि में बहुत महत्त्व है बिना आशय के कोई बात अपराध नहीं हो सकती है।
सुबह में, राज कहता है कि उसे रात में अपने कल्याण के लिए ऐसी कोई चीज़ नहीं करनी चाहिए थी।
"चिंता की कोई बात नहीं है।
ख़रगोश अपने दिमाग़ में हर जगह का नक़्शा बनाता है और उसको कोई चीज़ इधर से उधर होना पसंद नहीं होता है।