anagogy Meaning in Hindi (शब्द के हिंदी अर्थ)
anagogy ka kya matlab hota hai
एनागोगी
Noun:
उपमान, समरूपता, अनुरूपता, समानता,
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anagogy शब्द के हिंदी अर्थ का उदाहरण:
यह न्याय ग्रंथ चार खंडों में विभाजित है - प्रत्यक्षखण्ड, अनुमानखण्ड, उपमानखण्ड और शब्दखण्ड।
नैयायिकों के शब्द या आगम को अनुमान में तथा उपमान को प्रत्यक्ष में वैशेषिकों ने अंतर्भूत किया है।
सार अन्तरिक्ष भूगोल में उपयोग होने वाली एक शब्दावली है जिसका आशय पूर्ण समरूपता की विशेषता रखने वाले एक काल्पनिक अन्तरिक्ष से है।
एक शंकु की अक्ष, एक सीधी रेखा (यदि कोई हो) होती है, जो शीर्ष से होकर गुज़रती है, जिसके कारण आधार (और पूरे शंकु) में वृत्ताकार समरूपता होती है।
इन्हें क्रम से प्रत्यक्ष, अनुमान, उपमान, शब्द, अर्थापत्ति, अनुलब्धि, संभव, ऐतिह्य तथा चेष्टा से प्राप्त किया जा सकता है।
समरूप त्रिभुजों में तत्स्थानिक भुजाओं की लंबाइयाँ समान अनुपात में होती हैं, और यह गुण त्रिभुजों में समरूपता स्थापित करने के लिए पर्याप्त है।
अगर इस भाषिक समरूपता को देखें तो ऋग्वेद का रचनाकाल 1000 ईसापूर्व आता है।
(2) प्रत्यक्ष, अनुमान, उपमान तथा शब्द इन चार प्रमाणों को न्याय दर्शन मानता है, किंतु वैशेषिक केवल प्रत्यक्ष और अनुमान इन्हीं दो प्रमाणों को मानता है।
• नैयायिक के मत - प्रत्यक्ष, उपमान, और शब्द।
प्रत्यक्ष, अनुमान, उपमान और शब्द इन चार प्रमाणों से ज्ञान उत्पन्न होता है।
इसमें कवि ने जान बूझकर अनाकर्षक एवं कुरूप उपमानों का प्रयोग किया है जिससे वह पाठकों की भावना को ठेस पहुँचाकर उन्हें समाज की वास्तविक दशा का ज्ञान करा सके।
समरूपता या सादृश्य नियम (Law of Similar) ।
• सांख्यमतानुसार - प्रत्यक्ष, उपमान, और शब्दप्रमाण माना हे।
जैन धर्म, अद्वैत वेदांत के मोनिस्ट संप्रदाय और शैव सम्रदाय के अन्तर में योग का लक्ष्य मोक्ष का रूप लेता है, जो सभी सांसारिक कष्ट एवं जन्म और मृत्यु के चक्र (संसार) से मुक्ति प्राप्त करना है, उस क्षण में परम ब्रह्मण के साथ समरूपता का एक एहसास है।
इसमें निचले (फुटवर्क), मध्य (धड़) और ऊपरी (हाथ और सिर) के रूप में ज्यामितीय समरूपता और लयबद्ध संगीत प्रतिध्वनि के साथ पूर्ण अभिव्यक्ति और दर्शकों के जुड़ाव के तीन स्रोत हैं।
बहुत सारे शिक्षाविदों, भाषा-विज्ञानियों एवं विद्वानों की यह धारणा है कि भारतीय भाषाओं की तकनीकी शब्दावली ऐसी होनी चाहिए जिसमें सभी भाषाओं में परस्पर समरूपता हो ताकि उच्च शिक्षा अनुसन्धान तथा सभी क्षेत्रों में वैज्ञानिक ज्ञान के आदान-प्रदान एवं अन्तर-भाषायी सम्प्रेषण में सुविधा रहे।
सम्मोहित व्यक्ति के व्यवहार में निम्नलिखित समरूपता पाई जाती है :।
नवीन उपमानो के साथ-साथ परंपरागत और नवीन छंदों का प्रयोग मेहता जी ने किया है।
इंसुलिन तिगुना समरूपता उजागर hexamers कम्प्यूटर जनित छवि, जस्ता इसे पकड़ एक साथ आयनों और जस्ता हिस्टडीन बंधन में शामिल अवशेष.।
प्रथा की शक्ति इसी बात में निहित है कि यह कार्य की समरूपता से प्राप्त होने वाली उपयोगिता से समाज को समृद्ध करती है।
इसमें उपमान अनुपस्थित होता है जबकि उपमेय प्रस्तुत या समक्ष रहता है।
व्यक्तियों का समूह-समुदाय से यहाँ तात्पर्य मानव जाति के समुदाय से है, जो अपनी सामाजिक-आर्थिक एवं सांस्कृतिक समरूपताओं के आधार पर एक निश्चित सीमा में निवास करते हैं।
1- व्याकरण, 2- उपमान, 3- कोश, 4- आप्त वाक्य।
•वेदन्ती और मीमांसक - प्रत्यक्ष,उपमान,शब्द ,अर्थापत्ति।
प्रत्यक्ष, अनुमान, उपमान, अर्थापत्ति, अभाव तथा शब्द - ये छ: प्रमाण इन्होंने माने हैं।
कै पिय पद उपमान जान यह निज उर धारत,।
वाद्य में भी समरूपता है।
पश्चिम में, जेन को अक्सर योग के साथ व्यवस्थित किया जाता है;ध्यान प्रदर्शन के दो संप्रदायों स्पष्ट परिवारिक उपमान प्रदर्शन करते है।