हरित क्रांति Meaning in English
हरित क्रांति शब्द का अंग्रेजी अर्थ : green revolution
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हरित-क्रांति हिंदी उपयोग और उदाहरण
1960 के प्रारंभिक काल में संगठित हरित क्रांति गहन कृषि जिला कार्यक्रम (आईऐडिपि) का अनौपचारिक नाम था, जिसके तहत शहरों में रहनेवाले लोगों के लिए, जिनके समर्थन पर गांधी --यूँ की, वास्तव में समस्त भारतीय राजनितिक, गहरे रूपसे निर्भरशील रहे थे, प्रचुर मात्रा में सस्ते अनाज की निश्चयता मिली।
भारत तत्कालीन के कृषि एवं खाद्य मन्त्री बाबू जगजीवन राम को हरित क्रान्ति का प्रणेता माना जाता हैं, उन्होंने एम॰एस॰ स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों पर हरित क्रांति का सफलतम संचालन किया, जिसके सन्तोषजनक परिणाम भविष्य में देखने को मिले।
1950 और 1984 के बीच जब हरित क्रांति ने कृषि को प्रभावित किया, विश्व खाद्यान्न उत्पादन में 250% की वृद्धि हुई।
हरित क्रांति - कृषि उत्पाद।
पाकिस्तान के प्रान्त बसिश्वर सेन, जिन्हें अक्सर बोसी सेन के उपनाम से जाना जाता था, एक प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक थे, जिन्हें विशेषतः भारत में हरित क्रांति में अपने अग्रणी किरदार के लिए जाना जाता है, जिसने भारत के कृषि और खाद्यपूर्ती के मानचित्र को हमेशा के लिए बदल दिया, तथा भारत को खाद्यसम्पन्न एवं भीषण अकाल से सदा के लिए मुक्त कर दिया।
उस उपलब्धि को अपने वाणिज्यिक फसल उत्पादन के विविधीकरण के साथ हरित क्रांति के नाम से जाना जाता है।
डॉ॰ बी. पी. पाल, डॉ॰ एस.एम. स्वामीनाथन और डॉ॰ नॉरमन बोरलॉग के प्रयासों से भारत में आई हरित क्रांति के फलस्वरूप हम खाद्यान्न उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान पर हैं।
"" नॉर्मन अर्नेस्ट बोरलॉग (25 मार्च 1914 - 12 सितम्बर 2009) नोबेल पुरस्कार विजेता एक अमेरिकी कृषिविज्ञानी थे, जिन्हें हरित क्रांति का पिता माना जाता है।
महाराष्ट्र के लोग एम एस स्वामिनाथन (जन्म: 7 अगस्त 1925, कुम्भकोणम) भारत के आनुवांशिक-विज्ञानी (जेनेटिक साइंटिस्ट) हैं जिन्हें भारत की हरित क्रांति का जनक माना जाता है।
"" भारत के हरित क्रांति तथा श्वेत क्रांति में इस विश्वविद्यालय का महत्वपूर्ण योगदान है।
उसके बाद लाल बहादूर शास्त्री के मंत्रालय मे वे कृषि मंत्री बने, भारत के हरित क्रांति मे उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।
उनके निधन के बाद, उनके प्रयोगशाला को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद में एक स्वतंत्र इकाई के तौरपर सम्मिलित कर लिया गया, और इसने हरित क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
""'हरित क्रांति' कार्यक्रम के तहत ज़्यादा उपज देने वाले गेहूं और चावल के बीज ग़रीब किसानों के खेतों में लगाए गए थे।