स्वर से Meaning in English
स्वर से शब्द का अंग्रेजी अर्थ : toneby
, voiceally
ऐसे ही कुछ और शब्द
सघोषमताधिकारहीन
वाणीनीय
वायस्लास
बिना आवाज का चलचित्र
अघोष ध्वनि
मताधिकारहीनता
वाणीमय
वॉयसर्स
उच्च स्वर में भाषण देने वाला
अस्तित्वहीनता
रिक्तता
शून्य
शून्यक
अमान्यकरणीय
स्वर-से हिंदी उपयोग और उदाहरण
सबों ने एक स्वर से इस बात को स्वीकार किया कि यह एक गलत काम हुआ था और इसका अंत आवश्यक है।
"" इसके विपरीत प्रसाद जी के पूर्व से ही वैचारिक क्षेत्र की स्थिति यह थी कि साहित्य में भारतेन्दु हरिश्चन्द्र और अध्यात्म में विवेकानन्द का एक स्वर से आर्य साम्राज्य की एकता और आर्य संस्कृति को नष्ट होने से बचाने का, उसके विभिन्न गणों, समाजों और जातीयताओं को एक सूत्र में पिरोने का विवेकवादी और आनन्दवादी दोनों रूपों में प्रयत्न चल रहा था।
शुद्ध स्वर से उपर या नीचे विकृत स्वर आते है।
कभी उच्च तथा कभी मद्धिम स्वर से पढ़े जाते हैं।
सुना जाता है जब दिल्ली बादशाह औरंगजेब के दरबार में युवा सवाई जयसिंह पहले-पहल हाजिर हुए, तो पता नहीं क्यों औरंगजेब ने एकाएक बालक जयसिंह के दोनों हाथ पकड़ लिए और पूछा 'अब बताइये, आप क्या करेंगे?' इस पर प्रत्युत्पन्नमति जयसिंह होठों पर मुस्कान लिए निहायत शांत स्वर से बोले, $आलमपनाह ! हमारे यहां हिन्दुओं में विवाह पर एक परम्परा है।
मनु महाराज के जीवन और उनके रचनाकाल के विषय में इतिहास-पुराण स्पष्ट नहीं हैं, तथापि सभी एक स्वर से स्वीकार करते हैं कि मनु आदिपुरुष थे और उनका यह शास्त्र आदिशास्त्र है क्योंकि मनु की समस्त मान्यताएँ सत्य होने के साथ-साथ देश, काल तथा जाति बन्धनों से रहित हैं।
इसलिए वैष्णव हो या शैव -- सभी पुराण तथा महाभारत जैसे श्रेष्ठ ग्रन्थ एक स्वर से घोषित करते हैं कि ईश्वर एक ही हैं।
"" मिसाल के तौर पर जहाँ संस्कृत में 'भूमि' शब्द है वहाँ खोवार भाषा में 'बुउम' है जिसमे आवाज़ मोटे स्वर से पतले स्वर की ओर जाती है (यानि मर्दाना स्वर से औरताना स्वर के तरफ़)।
इसे लिखा ऐ स्वर से ही जाता है मगर सिर्फ़ अंग्रेज़ी के शब्दों का उच्चारण करते समय इस स्वर का इस्तेमाल होता है।
इन सारे व्यक्तियों में परस्प्र मतभेद है, फिर भी वे तर्क, गणित और विज्ञान को एक स्वर से वास्तविकता का साधन मानते हैं।
शेर की दहाड़ उसने सुनी तो वह भी पूरे स्वर से दहाड़ा।
भारतीय विचारकों ने एक स्वर से दूसरा पक्ष ही स्वीकार किया है।
""भारत में यह भी माना गया है कि ये सातों स्वर क्रमशः मोर, गौ, बकरी, क्रौंच, कोयल, घोड़े और हाथी के स्वर से लिए गए हैं, अर्थात् ये सब प्राणी क्रमशः इन्हीं स्वरों में बोलते हैं; और इन्हीं के अनुकरण पर स्वरों की यह संख्या नियत की गई है।