स्लाइड रूल Meaning in English
स्लाइड रूल शब्द का अंग्रेजी अर्थ : slide Rule
ऐसे ही कुछ और शब्द
स्लाइडस्लाइड देखने का यंत्र
स्लाइडेड
स्लाइडडेन
स्लाइडर
स्लाइडर्स
स्लाइडिंग
स्लाइडिंग बोर्ड
एक दूसरे में सरकते हुए
स्लाइडिंग स्केल
स्लाइडिंग विंडो
स्लाइडिंग खिड़की
किंचित
किंचित अस्वस्थता
कुछ,किंचित
स्लाइड-रूल हिंदी उपयोग और उदाहरण
सन् १६०० के दशक में विलियम आट्रेड (William Oughtred) एवं अन्य लोगों ने जॉन नेपियर द्वारा आविष्कृत लघुगणक के आधार पर स्लाइड रूल का विकास किया।
एक परिष्कृत (और अपेक्षाकृत ताजा) उदाहरण स्लाइड रूल (परिकलन पट्टिका) का है जिसमें संख्याओं का प्रतिनिधित्व एक लघुगणक पैमाने पर लंबाइयों के रूप में किया जाता है और परिकलन को एक कर्सर की सेटिंग कर तथा स्लाइडिंग पैमानों का संरेखन कर निष्पादित किया जाता है, इस प्रकार उन लंबाइयों को जोड़ा जाता है।
"" एक परिष्कृत (और अपेक्षाकृत ताजा) उदाहरण स्लाइड रूल (परिकलन पट्टिका) का है जिसमें संख्याओं का प्रतिनिधित्व एक लघुगणक पैमाने पर लंबाइयों के रूप में किया जाता है और परिकलन को एक कर्सर की सेटिंग कर तथा स्लाइडिंग पैमानों का संरेखन कर निष्पादित किया जाता है, इस प्रकार उन लंबाइयों को जोड़ा जाता है।
स्लाइड रूल्स का प्रयोग इंजीनियरों और अन्य गणितीय रूप से संलग्न पेशेवर कर्मचारियों की पीढ़ियों द्वारा पॉकेट कैलकुलेटर का आविष्कार होने तक किया जाता था।
इसके अतिरिक्त गणना करनेवाले उपकरण, जैसे स्लाइड रूल, गणनायंत्र, क्षेत्रमापी (प्लेनीमीटर) आदि, भी औजार ही हैं पर इनका वर्णन इस निबंध के क्षेत्र के बाहर है।
"" इसके पहले गणनाएं करने के लिये स्लाइड रूल, गणितीय सारणियाँ, अबाकस आदि प्रयोग में लाये जाते थे।
जेब-गणकों (पॉकेट कैलकुलेटरों) के आने के पहले स्लाइड रूल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सर्वाधिक उपयोग में आने वाला उपकरण था।
पैट्रिक ओ'ब्राइन द्वारा लिखित हुसैन, एन एंटर्रटेनमेंट उपन्यास में भारत के ब्रिटिश राज के दौरान भारत|हुसैन, एन एंटर्रटेनमेंट विसर्पी गणक या स्लाइड रूल (slide rule) एक यांत्रिक एनालॉग कम्प्यूटर है।
किन्तु सन् १९७४ के आसपास इलेक्ट्रानिक 'वैज्ञानिक परिकलकों' के आने से स्लाइड रूल का उपयोग एकाएक बन्द हो गया।
अपने सरलतम और मूल रूप में स्लाइड रूल में दो पटरियाँ (रूल) होतीं हैं जो एक दूसरे के सापेक्ष सरक (स्लाइड) सकती हैं।
इसके पहले गणनाएं करने के लिये स्लाइड रूल, गणितीय सारणियाँ, अबाकस आदि प्रयोग में लाये जाते थे।
चूंकि वास्तविक संख्याओं को एक लाइन पर दूरियों और अंतरालों के रूप में निरूपित किया जा सकता है, गुणन और विभाजन के कार्यों को पहले की अपेक्षा काफी तेजी से पूरा करने में मदद के लिए 1620 के दशक में स्लाइड रूल आविष्कार किया गया था।
""जेब-गणकों (पॉकेट कैलकुलेटरों) के आने के पहले स्लाइड रूल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सर्वाधिक उपयोग में आने वाला उपकरण था।