सुबह,प्रभात Meaning in English
सुबह,प्रभात शब्द का अंग्रेजी अर्थ : morning Morning
ऐसे ही कुछ और शब्द
प्रात:कालीन प्रार्थनाप्रातःकालीन प्रार्थना
सुबह की प्रार्थना
सुबह का कमरा
सुबह की बीमारी
प्रात:काल बैठने उठने का कमरा
प्रातःकाल बैठने का कक्ष
प्रभात तारा
मॉर्निंग स्टार
सवेरे का सितारा
सुबह का सितारा
सुबह ज्वार
सुबह टिफिन
सुबह का समय
सुबह से श्याम तक का
सुबह,प्रभात हिंदी उपयोग और उदाहरण
स्वर्णमक्षिक भस्म: 120 मिलीग्राम स्वर्णमक्षिक भस्म कान्च्नेर पेड़ की छाल के अर्क के साथ सुबह और शाम लेने से चिकन पॉक्स से राहत मिलती है।
समय: सर्दियों में सुबह 9 बजे से आधी रात तक, गर्मियों में सुबह 9 बजे से रात 1 बजे तक।
उद्यान के अंदर निर्देशित पर्यटन केवल सुबह और शाम के समय के दौरान उपलब्ध हैं।
घुटनों के तथा गर्दन की कशेरुका सन्धि के प्रदाह की अवस्था में सुबह के समय 10 मिनट तक चुम्बकों का प्रयोग घुटनों पर तथा शाम को 10 मिनट तक गर्दन तथा दर्द के अंतिम भागों पर करना चाहिए, लेकिन इन अवस्थाओं में चुम्बकों की प्रयोग अवधि 10 मिनट से अधिक नहीं होना चाहिए।
जनवरी व फरवरी में कड़ाके की ठण्ड के साथ ही भयानक कोहरा व धुंध सुबह के वक्त राजमार्गों पर वाहनों के लिये समस्या उत्पन्न कर देता है जिससे न चाहते हुये भी लोगों को वाहनों की हैड लाइट जलानी ही पड़ती है।
शुल्क: जैन संग्रहालय सुबह सात बजे से शाम छ: बजे तक खुला रहता है और इसमें कोई प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता।
* इथेनॉल (माउथवॉश, 'पार्टी-ड्रिंक्स के बाद सुबह अंतिमांश')।
""त्रिफला, हल्दी, चिरायता, नीम के भीतर की छाल और गिलोय इन सबको मिला कर मिश्रण को आधा किलो पानी में जब तक पकाएँ कि पानी आधा रह जाए और इसे छानकर कुछ दिन तक सुबह शाम गुड या शक्कर के साथ सेवन करने से सिर दर्द कि समस्या दूर हो जाती है।
एरो ग्लेशियर मार्ग पर चढ़ाई करने के लिए, पर्वतारोहियों को सुबह तड़के ही निकल जाना चाहिए और चट्टानी सतह को मध्य दोपहर से पहले पार कर लेना चाहिए क्योंकि जब सूरज निकल आता है, तो गैर-हिमाच्छादित चट्टानी स्खलन काफी आम हो जाती है।
19 मई 1536 को सुबह 8 बजे, रानी का टॉवर ग्रीन में सिर कलम करवा दिया गया।
इसे व्यापक रूप से राजनीतिक प्रतिशोध का कदम समझा गया था क्योंकि एफआईआर या पुलिस में शिकायत शुक्रवार रात को दर्ज कराई गयी थी और गिरफ्तारियाँ इसके कुछ ही घंटों के बाद शनिवार सुबह को की गयी थीं।
इसी क्रम में 6 अप्रैल, 1975 की सुबह सिक्किम के चोग्याल को अपने राजमहल के द्वार के बाहर भारतीय सैनिकों के ट्रकों की आवाज़ सुनाई दी।
गीत बैठकी में जब रंग छाने लगता है तो बारी बारी से हर कोई छोड़ी गई तान उठाता है और अगर साथ में भांग का रस भी छाया तो ये सिलसिला कभी कभी आधी रात तक तो कभी सुबह की पहली किरण फूटने तक चलता रहता है।