सान्त्वना,उपशम Meaning in English
सान्त्वना,उपशम शब्द का अंग्रेजी अर्थ : consocence upasham
ऐसे ही कुछ और शब्द
अभिसम्योजितसांत्वना पुरस्कारअ
कंसोल
सांत्वना दी
समेकन करना
संचित निधि
समसांग
व्यंजन
व्यंजन का
व्यंजनापूर्ण
व्यंजन नाक
व्यंजन कविता
व्यंजन मौन
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व्यंजनापूर्ण शब्द
सान्त्वना,उपशम हिंदी उपयोग और उदाहरण
इसके साथ ईमानवालों को भी, जो कई वर्षों के दीर्घ और कठिन संघर्ष के कारण थके जा रहे थे और विकलतापूर्वक परोक्ष सहायता की प्रतीक्षा कर रहे थे, सान्त्वना दी गई है।
रावण के जाने पर त्रिजटा ने सीता को सान्त्वना दी।
सुग्रीव ने श्री राम को सान्त्वना दी कि जानकी जी मिल जायेंगीं और उन्हें खोजने में वह सहायता देगे।
यह इतना मौलिक एवं विलक्षण है, जिसमें धर्म और दर्शन की रूढियों, परम्पराओं, विवेचन-पद्धितियों, तर्क एवं शब्द प्रणालियों से ऊबा एवं थका मानव विश्रान्ति एवं सान्त्वना का अनुभव करता है।
इस सम्बन्ध में स्वयं मुसलमानों को भी एक निश्शब्द सान्त्वना दी गई है कि अपनी बे-साज़ो-समानी (के बावजूद तुम ही प्रभावी रहोगे) इसी के साथ मुसलमानों के समक्ष मिस्र के जादूगरों का आदर्श भी प्रस्तुत किया गया है कि जब सत्य उनपर प्रकट हो गया तो वे बेधड़क उस पर ईमान ले आए और फ़िरऔन के प्रतिशोध का भय उन्हें बाल बराबर भी ईमान की राह से न हटा सका।
विकराला का मालती को सान्त्वना देना।
सुभाष ने वहाँ जाकर जवाहरलाल नेहरू को सान्त्वना दी।
""इसका विषय काफ़िरों को अत्याचार और अनाचार के बुरे परिणाम से सावधान करना है , जो वे ईमानवालों के साथ कर रहे थे और ईमानवालों को यह सान्त्वना देना है कि यदि वे इन अत्याचारों के मुक़ाबले में जमे रहेंगे तो उनको इसका उत्तम प्रतिदान प्राप्त होगा और सर्वोच्च अल्लाह अत्याचारियों से बदला लेगा।
फिर अपनी सोलह सहस्त्र एक सौ आठ रानियों हृदय से लगा कर सान्त्वना दी।
सुग्रीव ने राम को सान्त्वना दी कि जानकी जी मिल जायेंगीं और उन्हें खोजने में वह सहायता देगा साथ ही अपने भाई बालि के अपने ऊपर किये गये अत्याचार के विषय में बताया।
इसका विषय काफ़िरों को अत्याचार और अनाचार के बुरे परिणाम से सावधान करना है , जो वे ईमानवालों के साथ कर रहे थे और ईमानवालों को यह सान्त्वना देना है कि यदि वे इन अत्याचारों के मुक़ाबले में जमे रहेंगे तो उनको इसका उत्तम प्रतिदान प्राप्त होगा और सर्वोच्च अल्लाह अत्याचारियों से बदला लेगा।
उसकी शक्ति से, ईसामसीह कुंवारी मेरी के गर्भ में पवित्रता के साथ गर्भस्थ हुए. उनके बपतिस्मा के समय वह दैहिक रूप से ईसामसीह पर उतर आया, एक कबूतर के रूप में, और स्वर्ग से एक आवाज सुनी गयी: 'तुम मेरे प्यारे बेटे हो'. वह आत्माओं का पवित्रकर्ता है, मददगार, सान्त्वनादाता, कृपादाता है, जो आत्माओं को पिता तथा पुत्र की ओर ले जाता है, जिससे वह प्राप्त हुआ है।
"" सुग्रीव ने राम को सान्त्वना दी कि जानकी जी मिल जायेंगीं और उन्हें खोजने में वह सहायता देगा साथ ही अपने भाई बालि के अपने ऊपर किये गये अत्याचार के विषय में बताया।