शाश्वतवाद Meaning in English
शाश्वतवाद शब्द का अंग्रेजी अर्थ : eternalism
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शाश्वतवाद हिंदी उपयोग और उदाहरण
हिन्दी कवि शाश्वतवाद (पालि : सास्सतवाद ) बुद्ध के समय में प्रचलित वह दार्शनिक सिद्धान्त है जो मानता है कि आत्मा एक रूप, चिरन्तन और नित्य है, उनका न तो कभी नाश होता है और न कभी उसमें कोई विकार होता है।
"" "ईश्वर की मृत्यु हो गई है" नीत्शे की प्रसिद्ध उक्ति है, परन्तु इस उक्ति के द्वारा वह मूल्यों में शाश्वतवाद के अन्त का तथा मानव-मन में व्याप्त अनास्था का निर्देश तो करना ही चाहता है, साथ ही वह यह भी स्पष्ट करना चाहता है कि श्रेष्ठ पुरुष ही अब मानव की सबसे बड़ी आशा है।
बुद्धकाल में इसका विरोधी मत शाश्वतवाद के नाम से प्रसिद्ध था जो पाँच तत्वों के साथ ही सुख, दु:ख एवं आत्मा को भी नित्य एवं अचल मानता था।
यह क्षणिकवाद की भाँति शाश्वतवाद और उच्छेदवाद के मध्य का मार्ग है; इसीलिए इसे मध्यममार्ग कहा जाता है और इसको मानने वाले माध्यमिक।
"ईश्वर की मृत्यु हो गई है" नीत्शे की प्रसिद्ध उक्ति है, परन्तु इस उक्ति के द्वारा वह मूल्यों में शाश्वतवाद के अन्त का तथा मानव-मन में व्याप्त अनास्था का निर्देश तो करना ही चाहता है, साथ ही वह यह भी स्पष्ट करना चाहता है कि श्रेष्ठ पुरुष ही अब मानव की सबसे बड़ी आशा है।
वसुबंधु ने 'अभिधर्मकोश' में इस तर्क का खंडन किया और यह प्रमाण दिया कि पुद्गलवाद अंतत: पुन: शाश्वतवाद की ओर हमें घसीट ले जाता है, जो एक दोष है।
शाश्वतवाद के अनुसार आत्मा नित्य, कूटस्थ और एकरस है।
बौद्ध दर्शन के अनुसार शाश्वतवाद और उच्छेदवाद दो अंत हैं।
अन्यत्र कालवाद, स्वभाववाद नियतिवाद, अज्ञानवाद, अक्रियावाद, क्रियावाद, शाश्वतवाद उच्छेदवाद आदि दृष्टियों का उल्लेख प्राप्त होता है।
बुद्ध का अनित्यवाद, शाश्वतवाद तथा उच्छेदवाद का मध्यम मार्ग है।
'प्रत्येक वस्तु है मैं ( शाश्वतवाद ) , यह एक एकान्तिक मत है, प्रत्येक वस्तु नहीं है, यह दूसरा एकांतिक मत है।
शाश्वतवाद इसके अंग्रेजी अर्थ का उदाहरण
In Buddhism, states Harvey, the doctrine of "dependent arising" (conditioned arising, pratītyasamutpāda) to explain rebirth is viewed as the 'middle way' between the doctrines that a being has a "permanent soul" involved in rebirth (eternalism) and "death is final and there is no rebirth" (annihilationism).
Views that assume no objective present and are therefore versions of the B-theory include eternalism and four-dimensionalism.