विवाह,विवाहोत्सव Meaning in English
विवाह,विवाहोत्सव शब्द का अंग्रेजी अर्थ : wedding wedding
, matrimonial ceremony
ऐसे ही कुछ और शब्द
वैवाहिक परामर्शविवाहोत्सव भोज
वैवाहिक अनुज्ञापत्र
वैवाहिक जिवन
विवाह संबन्धी,वैवाहिक
वैवाहिक मुलाक़ात अधिकार
विवाह प्रस्तावक
वैवाहिक संबंध
वैवाहिक अधिकार
वैवाहिक पद
वैवाहिक रूप से
दांपत्य
मैटरनलेस
मातृलिनी
संयोजी
विवाह,विवाहोत्सव हिंदी उपयोग और उदाहरण
18 दिसम्बर 1987 में उनका विवाह आसिफ़ अली ज़रदारी के साथ हुआ।
विनायक की बड़ी बहन का विवाह तय हुआ तो मानो परीक्षा की घड़ी भी करीब आ गई।
""इस बीच, चंपा को एक विवाह-प्रस्तावक मिल जाता है, लेकिन भारत के पास शादी के लिए पैसे नहीं हैं और यह बात आगे नहीं बढ़ पाती।
इसके अतिरिक्त स्त्रियों के प्रति सम्मान की भावना का विकास, स्त्रियों की उच्च शिक्षा और दांपत्य प्रेम के नवीन आदर्श का विकास तथा सौतियाडाह के झगड़ों से छुटकारा भी एकविवाह तो समाज में लोकप्रिय बनाते हैं।
स्वस्थ होने के बाद अशोक ने उससे विवाह कर लिया।
"" 2.सामंतों की स्तृति- इसके अंतर्गत चारण कवियों के चरित काव्य (रासो ग्रंथ) आते हैं, जिनमें कवियों ने अपने आश्रय दाता राजा एवं सामंतों की स्तृति के लिए युद्ध, विवाह आदि के प्रसंगों का बढ़ा-चढ़ाकर वर्णन किया है।
जब मैरी की माँ का हेनरी से विवाह अवैध और मैरी को अवैध संतान घोषित करके उसे अंग्रेजी शासन के उत्तराधिकार से वंचित कर दिया गया था तब क्रैनमर ही हेनरी का प्रमुख सलाहकार व इंग्लैंड का चांसलर था।
कानून में कहा गया है कि अविवाहित मिलावट करने वालों को 100 कोड़े मिलेंगे, और विवाहित व्यभिचारियों को पत्थर मारकर मौत की सजा दी जाएगी।
विवाह से पहले उन्हें राइन की राजकुमारी फ़ाल्ज़ के नाम से जाना जाता था, क्योंकि उनके पिता राइनलैंड की जागीर के निर्वाचक फ़ाल्ज़ थे।
अविनाश सचदेव - मनमीत / प्रशांत छाबरिया (मनमीत हीर का पूर्व-मंगेतर है और मानसिक रूप से विक्षिप्त है और प्रशांत दल्जीत की ज्येष्ठ पुत्री से विवाहित है)।
उदाहरण के रूप में कवि, संस्कृत की विद्वान रमाबाई ने भारतीय महिलाओं की मुक्ति दिलाने के उद्देश्य से विधवा पुनर्विवाह के किया और स्वयं एक ब्राह्मण परिवार से होते हुये गैर ब्राह्मण से विवाह किया, बाद में उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया।
आज हमारे देश में भी पति की मृत्यु के बाद विधवा द्वारा आत्मदाह के समर्थक नहीं रह गये हैं और विधवा का पुनर्विवाह भी बुरी बात नहीं समझी जाती।
सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था, मगर जब भाट की बेटी विवाह योग्य हुई तो भाट की पत्नी को उसके विवाह की चिन्ता सताने लगी।