महाशय Meaning in English
महाशय शब्द का अंग्रेजी अर्थ : large-hearted
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महाशय हिंदी उपयोग और उदाहरण
पेरिस के पीकाट महाशय ने बालमनोविज्ञान के लिए 'थॉट ऐंड लैंगुएज ऑव दी चाइल्ड' नामक पुस्तक के रूप में अपनी मौलिक देन दी।
काशी में त्रैलंग स्वामी एक बार लाहिड़ी महाशय का सार्वजनिक अभिनन्दन करना चाहते थे जिसके लिये उन्हे अपना मौन तोड़ना पड़ा।
वाकणकर महाशय के अनुसार सरस्वती नदी के तट पर 2०० से अधिक नगर बसे थे, जो हड़प्पाकालीन हैं।
इसके अलावा 'जान' ('अम्मी जान'), 'पंडित' ('पंडित नेहरु'), 'महाशय', 'जनाब', 'हुज़ूर' और 'जजमान' जैसे कई अन्य आदरसूचक भी हिन्दी-उर्दू में प्रयोग होते हैं।
"" ये ही महाशय आजकल पृथ्वी का शासन करते हैं।
पं. गुरुदत्त विद्यार्थी, महात्मा हंसराज ग्रन्थावली, स्वामी दर्शनानन्द सरस्वती, पं. चमूपति जी, स्वामी सर्वदानन्द जी, पं. भगवद्दत्त रिसर्च स्कालर, पं. शान्ति प्रकाश जी, पं. रामचन्द्र देहलवी, मेहता जैमिनी, लौह पुरुष पं. नरेन्द्र, हैदराबाद, महाशय गोविन्दराम जी, स्वामी अमर स्वामी जी आदि अनेक आर्य महापुरुषों के जीवन चरित आपने लिखे हैं।
मेगडूगल महाशय के कथनानुसार जिस प्रकार भौतिक विज्ञान की अपनी ही सोचने की विधियाँ और विशेष प्रकार के प्रदत्त हैं उसी प्रकार चेतना के विषय में चिंतन करने की अपनी ही विधियाँ और प्रदत्त हैं।
महाशय वीटॉन ने 1858 में, ट्रायनॉन कैनवस के साथ समतल तल वाले ट्रंक को शुरू किया, जो हल्के और वायुरुद्ध भी थे।
महावतार बाबाजी ने महाशय लाहिरी को बताया कि वह अतीत में उनके गुरु थे, फिर उनको क्रिया योग में दीक्षित किया और लाहिरी को निर्देश दिया कि वह दूसरों को दीक्षित करना आरंभ करें।
वे लाला लाजपतराय के पत्र ‘दैनिक वन्देमातरम्’ तथा महाशय कृष्ण के दैनिक ‘प्रताप’ पत्रों के सहायक सम्पादक रहे।
‘‘ श्रीयुत गुनगाहक गुनियन-सुखदायक जान गिलकिरिस्त महाशय की आज्ञा से सम्वत् 1860 (अर्थात् सन् 1803 ई0) में श्री लल्लू जी लाल कवि ब्राह्मन गुजराती सहस्र अवदीच आगरे वाले ने जिसका सार ले, यामिनी भाषा छोड़, दिल्ली आगरे की खड़ी बोली में कह, नाम ‘प्रेमसागर' धरा''।
श्रीयत गुन-गाहक गुनियन-सुखदायक जान गिलकिरिस्त महाशय की आज्ञा से सं. 1860 में श्री लल्लूलालजी लाल कवि ब्राह्मन गुजराती सहस्र-अवदीच आगरे वाले ने विसका सार ले, यामिनी भाषा छोड़।
लाहिड़ी महाशय के प्रवचनों का पूर्ण संग्रह प्राप्य नहीं है किन्तु गीता, उपनिषद्, संहिता इत्यादि की अनेक व्याख्याएँ बँगला में उपलब्ध हैं।