बिना सोचे Meaning in English
बिना सोचे शब्द का अंग्रेजी अर्थ : unsinuated
, unthinkingly
ऐसे ही कुछ और शब्द
बेलिहाज़ीअशत्रुतापूर्ण
गन्दा
बंधन खोलना
टाँके खोलना या उधेडना
नाव खोल दना
बिना ढ्डा
असंबंद्ध लिखना
तक
अनजुता
अजोत भूमि
अवृक्षावृत
असमयोचितता
असामंजस
अविधित
बिना-सोचे इसके अंग्रेजी अर्थ का उदाहरण
'Tsotsi,' a film of deep emotional power, considers a young killer whose cold eyes show no emotion, who kills unthinkingly, and who is transformed by the helplessness of a baby.
बिना-सोचे हिंदी उपयोग और उदाहरण
बाह्य प्रभाव भी बिना सोचे-समझे ग्रहण नहीं किए जाते।
क्रिश्चन प्लेटोवादी क्लीमेंट ऑफ़ एलेक्जेंड्रा ने लोगोस की उपमा शारीरिक रक्त से की, 'आत्मा के सार तत्व' के रूप में, और कहा कि $प्राणी वीर्य मूलतः इसके रक्त का झाग है$. क्लीमेंट प्रारंभिक ईसाई विचार को प्रतिबिंबित करते हैं कि $बीज को व्यर्थ नहीं करना चाहिए, न ही बिना सोचे-समझे बिखेरना चाहिए, न ही इसे इस तरह रोपना चाहिए कि यह पनप ही न सके$.।
उनकी प्रजा को बिना सोचे-समझे उनकी आज्ञा का पालन करना ही चाहिए।
"" इस तन्त्र की मुख्य कथा में बिना सोचे समझे अन्धनुकरण करने वाले एक नाई की कथा है जिसको मणिभद्र नाम के सेठ का अनुकरण करजैन-संन्यासियों के वध के दोष पर न्यायाधीशों द्वारा मृत्युदण्ड दिया गया।
ब्लैक ने इस बात का खंड़न किया है और उनके अनुसार बॉण्ड कोई वहशी जानवर नहीं है जो बिना सोचे समझे किसी की हत्या करता है।
३२५ विक्र० पूर्व तक, जातिवाद द्वारा स्तरीकरण और बहिष्कार हिंदू धर्म के भीतर उभरा था,और बौद्ध धर्म और जैन धर्म उत्पन्न हुए थे, सामाजिक आदेशों को आनुवंशिकता के लिए बिना सोचे समझे घोषित किया।
लोगों या लेखकों के जो मन में आ रहा है, वे बिना सोचे समझे लिखे जा रहे हैं।
35. बिना सोचे समझे अकस्मात किसी पर क्रोध न करे।
वे न तो पुरानी बातों पर आग्रहपूर्वक अड़े रहने के पक्ष में थे और न बिना सोचे-समझे नयी बातों को ग्रहण करने पर ।
... नामित जातीय पहचान जिसे हम अक्सर बिना सोचे समझे, साहित्य में दिए गए आधारों पर अपना लेते हैं, अक्सर मनमाने ढंग से, या उससे भी बदतर ढंग से अधिरोपित किए गए है।
(किसी कार्य को बिना सोचे-विचारे अनायास नहीं करना चाहिए।
इस तन्त्र की मुख्य कथा में बिना सोचे समझे अन्धनुकरण करने वाले एक नाई की कथा है जिसको मणिभद्र नाम के सेठ का अनुकरण करजैन-संन्यासियों के वध के दोष पर न्यायाधीशों द्वारा मृत्युदण्ड दिया गया।
इसलिए निर्णय में जल्दबाजी और बिना सोचे समझे निर्णयों की गुंजाइश कम रहती है।