<< फसल कट फसल खराब >>

फसल चक्र Meaning in English



फसल चक्र शब्द का अंग्रेजी अर्थ : crop cycle


फसल-चक्र हिंदी उपयोग और उदाहरण

इन सब विनाशकारी अनुभवों से बचने के लिए हमें फसल चक्र, फसल सघनता, के सिद्धान्तों को दृष्टिगत रखते हुए फसल चक्र में दलहनी फसलों का समावेश जरूरी हो गया है क्योंकि दलहनी फसलों से एक टिकाऊ फसल उत्पादन प्रक्रिया विकसित होती है।


व्यवसाय जैविक खेती (Organic farming) कृषि की वह विधि है जो संश्लेषित उर्वरकों एवं संश्लेषित कीटनाशकों के अप्रयोग या न्यूनतम प्रयोग पर आधारित है तथा जो भूमि की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने के लिये फसल चक्र, हरी खाद, कम्पोस्ट आदि का प्रयोग करती है।


अधिक मूल्यवान फसलों के साथ चुने गये फसल चक्रों में मुख्य दलहनी फसलें, चना, मटर, मसूर, अरहर, उर्द, मूँग, लोबिया, राजमा, आदि का समावेश जरूरी है।


अन्न की फसलों पर आधारित फसल चक्र : मक्का-गेहूँ, धान-गेहूँ, ज्वार-गेहूँ, बाजरा-गेहूँ, गन्ना-गेहूँ, धान-गन्ना-पेड़ी, मक्का-जौ, धान-बरसीम, चना-गेहूँ, मक्का-उर्द-गेहूँ।


फसल उत्पादन की इसी परंपरा को फसल चक्र कहते हैं अर्थात् किसी निश्चित क्षेत्र पर निश्चित अवधि के लिए भूमि की उर्वरता को बनाये रखने के उद्देश्य से फसलों को अदल-बदल कर उगाने की क्रिया को फसल चक्र कहते हैं।


अथवा, किसी निश्चित क्षेत्रा में एक नियत अवधि में फसलों को इस क्रम में उगाया जाना कि उर्वरा शक्ति का कम से कम हृस हो फसल चक्र कहलाता है।


दलहनी फसलों पर आधारित फसल चक्र : मूंग-गेहूँ, धान-चना, कपास-मटर-गेहूँ, ज्वार-चना, बाजरा-चना, मूंगफली-अरहर, मूंग-गेहूँ, धान-चना, कपास-मटर-गेहूँ, ज्वार-चना, बाजरा-चना, धान-मटर, धान-मटर-गन्ना, मूंगफली-अरहर-गन्ना, मसूर-मेंथा, मटर-मेंथा।


"" फसल उत्पादन की इसी परंपरा को फसल चक्र कहते हैं अर्थात् किसी निश्चित क्षेत्र पर निश्चित अवधि के लिए भूमि की उर्वरता को बनाये रखने के उद्देश्य से फसलों को अदल-बदल कर उगाने की क्रिया को फसल चक्र कहते हैं।


फसल चक्र निर्धारण के मूल सिद्धान्त ।


""सब्जी आधारित फसल चक्र : भिण्डी-मटर, पालक-टमाटर, फूलगोभी-मूली, बन्दगोभी-मूली, बैंगन-लौकी, टिण्डा-आलू-मूली, घुईयां-शलजम-भिण्डी-गाजर, धान-आलू-टमाटर, धान-लहसुन-मिर्च, धान-आलू-लौकी इत्यादि हैं।


कुछ उपयोगी फसल चक्र


वे उर्वरकों, जुताई के तरीकों और पफसल चक्रक्रम को लेकर विभिन्न प्रकार की मिट्टी के प्रत्युत्तरों का अध्ययन करते हैं।


सब्जी आधारित फसल चक्र : भिण्डी-मटर, पालक-टमाटर, फूलगोभी-मूली, बन्दगोभी-मूली, बैंगन-लौकी, टिण्डा-आलू-मूली, घुईयां-शलजम-भिण्डी-गाजर, धान-आलू-टमाटर, धान-लहसुन-मिर्च, धान-आलू-लौकी इत्यादि हैं।





फसल-चक्र इसके अंग्रेजी अर्थ का उदाहरण

, the beginning of the Rabi crop cycle).





फसल चक्र Meaning in Other Sites