नवधा Meaning in English
नवधा शब्द का अंग्रेजी अर्थ : neo-dys
, ninefold
ऐसे ही कुछ और शब्द
नब्बेवाँइंक्यानवे
निन्यानबे
नव्वेवां
नीनवे
निंजा
नीनपेंस
नीयंट्रकअ
नौवां
नवाँ
नौंवा
नौवाँ भाग
नववी
नौवां दशक
अंग्रेजी वर्णमाला का नवाँ अक्षर
नवधा हिंदी उपयोग और उदाहरण
नारद भक्तिसूत्र संख्या ८२ में भक्ति के जो ग्यारह भेद हैं, उनमें गुण माहात्म्य के अन्दर नवधा भक्ति के श्रवण और कीर्तन, पूजा के अंदर अर्चन, पादसेवन तथा वंदन और स्मरण-दास्य-सख्य-आत्मनिवेदन में इन्हीं नामोंवाली भक्ति अंतभुर्क्त हो जाती है।
विधि जैसा श्री शिवादित्य ने सप्तपदार्थी नामक ग्रंथ में लिखा है (अनवधारण ज्ञान संशय:) संशय अनिश्चित ज्ञान या संदिग्ध अनुभव को कहते हैं।
वहाँ सोमदत्त राजा ने उन्हें नवधाभक्तिपूर्वक आहार दिया।
मूल ग्रन्थों में अनेकत्र स्पष्ट उल्लेखों के बावजूद ऐसी अनवधानता के कारण पुराणों की संख्या भ्रामक रूप से बढ़ती चली गयी है।
श्रवण (परीक्षित), कीर्तन (शुकदेव), स्मरण (प्रह्लाद), पादसेवन (लक्ष्मी), अर्चन (पृथुराजा), वंदन (अक्रूर), दास्य (हनुमान), सख्य (अर्जुन) और आत्मनिवेदन (बलि राजा) - इन्हें नवधा भक्ति कहते हैं।
""असावधानी- बेपरवाही, लापरवाही, गफलत, अनवधान, प्रमाद, बेहोशी।
भारतीय दर्शन प्राचीन शास्त्रों में भक्ति के 9 प्रकार बताए गए हैं जिसे नवधा भक्ति कहते हैं -।
वहाँ लिखा है- एकविंशतिधा वाह्वृच्यम्, एकशतम् अध्वर्युशाखाः, सहस्रवर्त्मा सामवेदः, नवधाऽथर्वणो वेदः, अर्थात् इक्कीस शाखा ऋग्वेद की, एक सौ एक शाखा यजुर्वेद की, एक हजार शाखा सामवेद की और नौ शाखा अथर्ववेद की।
"" मूल ग्रन्थों में अनेकत्र स्पष्ट उल्लेखों के बावजूद ऐसी अनवधानता के कारण पुराणों की संख्या भ्रामक रूप से बढ़ती चली गयी है।
नवधा भक्ति- श्रवण, कीर्तन, स्मरण, पदसेवन, अर्चन, वंदन, दास्य, सेव्य, आत्म-निवेदन।
रामचरितमानस (अरण्य काण्ड ) में नवधा भक्ति ।
रूपासक्ति, कांतासक्ति तथा वात्सल्यासक्ति भागवत के नवधा भक्तिवर्णन में स्थान नहीं पातीं।
नवधा भक्ति मार्ग से आत्मा परमात्मा की कृपा से मुक्ति प्राप्त कर लेती है।