धर्माचार्य Meaning in English
धर्माचार्य शब्द का अंग्रेजी अर्थ : dharmaacharya
, the person who preaches religion
ऐसे ही कुछ और शब्द
लत छोड़ने वाला व्यक्तिमंगल
शुक्र
कुलंजन
गुड़हल
परवल
किसी पहाड की नुकीली चोटी
नवाबी
करवट
उल्टा चोर कोतवाल को डांटे
चाक
आतिशी शीशे कि आकर्शण शक्ति
शक्तिशाली वस्तु उठाने की ताकत
बारबाडोस का गौरव
बोलीविया का गौरव
धर्माचार्य हिंदी उपयोग और उदाहरण
एक पूज्य धर्माचार्य और उत्कृष्ट विद्वान होने के उपरांत भी श्री हरिराय जी अत्यंत सरल हृदय के व्यक्ति थे तथा उच्च कोटि का दैन्य भाव और पतितों के प्रति करुणा भाव रखते थे।
उपासना की समाप्ति कर उपस्थित व्यक्ति धर्माचार्य की कामना के समर्थन में 'आमीन्' शब्द का प्रयोग करते हुए उस कामना के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हैं।
सेवासदन में नारी जीवन की समस्याओं के साथ-साथ समाज के धर्माचार्यों, मठाधीशों, धनपतियों, सुधारकों के आडंबर, दंभ, ढोंग, पाखंड, चरित्रहीनता, दहेज-प्रथा, बेमेल विवाह, पुलिस की घूसखोरी, वेश्यागमन, मनुष्य के दोहरे चरित्र, साम्प्रदायिक द्वेष आदि सामाजिक विकृतियों का विवरण मिलता है।
1054 में पूर्व-पश्चिम मतभेद के बाद से, जो गिरजाघर रोम के धर्माध्यक्ष (रोम के धर्मप्रदेश और इसके धर्माध्यक्ष, पोप, प्राथमिक धर्माचार्य) के साथ जुड़े रहे, वे कैथोलिक कहलाए तथा पोप की सत्ता को न मानने वाले पूर्वी गिरजाघर 'रूढ़िवादी' या $पूर्वी रूढ़िवादी$ के रूप में जाने गए।
बौद्ध धर्माचार्यों द्वारा इसी बुद्धिसंगत व्यवस्था पर चलने और रूढि़वादिता से बचे रहने का यह परिणाम हुआ कि बौद्ध धर्म कई सौ वर्ष तक निरंतर बढ़ता रहा और संसार के दूरवर्ती देशों के निवासी आग्रहपूर्वक इस देश में आकर उसकी शिक्षा प्राप्त करके अपने यहाँ उसका प्रचार करते रहे।
"" इस विशाल संग्रह को अनेक जैन मुनि, धर्माचार्यों, श्रावकों एवं विदुषी साध्वियों द्वारा समय-समय पर अपनी उत्कृष्ट रचनाओं द्वारा बढ़ाया गया।
कलिकाल सर्वज्ञ महान गुरु, समाज-सुधारक, धर्माचार्य, गणितज्ञ एवं अद्भुत प्रतिभाशाली मनीषी थे।
""व्यासपीठ के पोषक राजपीठ के परिपालक धर्माचार्यों को श्रीभगवत्पाद ने नीतिशास्त्र , कुलाचार तथा श्रौत-स्मार्त कर्म , उपासना तथा ज्ञानकाण्ड के यथायोग्य प्रचार-प्रसार की भावना से अपने अधिकार क्षेत्र में परिभ्रमण का उपदेश दिया।
वे ध्यान योग, नाद योग, लय योग, प्राणायाम, त्राटक, ध्यान, धारणा, समाधि आदि की साधन पद्धतियों का जब विवेचन करते तो बड़े-बड़े धर्माचार्य उनके योग सम्बंधी ज्ञान के समक्ष नतमस्तक हो जाते थे।
वहाँ मध्य काल में अनेक धर्माचार्यों और भक्त कवियों ने निवास पर कृष्णोपासना और कृष्ण भक्ति का प्रचार किया था।
संगीत भारती संस्थान की स्थापना प्रख्यात वेद गुरु, धर्माचार्य एवं संगीताचार्य स्वामी श्री द्वारिकाधीश (अधीश) जी महाराज द्वारा सन 1981 में की गयी थी जिसके मुख्य संचालक मुंबई के सूप्रसिद्ध गायक एवं संगीत निर्देशक 'मनुज देव भारद्वाज' एवं उनके पुत्र हर्षन भारद्वाज और आकर्षण भारद्वाज है. संगीत भारती की मुख्य दो शाखाएं मुंबई एवं चंडीगढ़ मे है।
हमारे धर्माचार्यो ने जन्म के दस दिन तक अशौच (सूतक) माना है।
"" यहाँ स्वीडेन के गिरजाघरों के एकमात्र प्रधान धर्माचार्य का निवास स्थान है।