ज्ञानेंद्रिय Meaning in English
ज्ञानेंद्रिय शब्द का अंग्रेजी अर्थ : sense organ
ऐसे ही कुछ और शब्द
इन्द्रिय बोधस्थिति को भाँपना
हालात भांप लेना
सेंसेचल्स
सेन्स्ड
सेंसेई
अचेत
बेहूदगी से
सेंसम
समझदार
समझदार क्षितिज
समझदार व्यक्ति
समझबूझकर
सेंसिला
भांपना
ज्ञानेंद्रिय हिंदी उपयोग और उदाहरण
"" दूसरा, प्रेरक या परिधि सिद्धांत (मोटर ऑर पेरिफ़ेरल थियरी) के नाम से प्रसिद्ध है जिसके अनुसार कल्पना चूँकि एक व्यवहार है इसलिए इसके अंतर्गत भी साधारण व्यवहार की ही भाँति ज्ञानेंद्रियों, मस्तिष्क तथा मांसपेशियों की शरीरिक क्रियाएँ होती हैं।
सांख्य और वैशेषिक दर्शनों के आधार पर पृथ्वी का गुण गंध है और तद्विषयक ज्ञानेंद्रिय नासिका है, जल का गुण रस है और तद्विषयक ज्ञानेंद्रिय रसना या जिह्वा है, तेजस् या अग्नि का गुण रूप है और तद्विषयक ज्ञानेंद्रिय चक्षु है, वायु का गुण स्पर्श है और तद्वविषयक ज्ञानेंद्रिय त्वचा है तथा आकाश का गुण शब्द है, जिससे संबंध रखनेवाली ज्ञानेंद्रिय कर्ण हैं।
""जन्म के समय आँखें एक दूसरे से संबद्ध नहीं होतीं, वरन् दो स्वतंत्र ज्ञानेंद्रियों के समान रहती हैं।
इंद्रियों की सत्ता का बोध प्रमाण, अनुमान से होता है, प्रत्यक्ष से नहीं सांख्य के अनुसार इंद्रियाँ संख्या में एकादश मानी जाती हैं जिनमें ज्ञानेंद्रियाँ तथा कर्मेंद्रियाँ पाँच पाँच मानी जाती हैं।
(३) ज्ञानेंद्रियों में यथायोग्य परिवर्तन हुए, जिससे ये प्राणी जल तथा थल दोनों परिस्थितियों का ज्ञान कर सकें।
ज्ञानेंद्रियों का लुप्त होना - बाह्य परजीवी को स्पर्श अथवा दृश्य अंगों की आवश्यकता पड़ती है, परंतु अंत:परजीवी में उसके वातावरण की अपरिवर्तनीय दशा के कारण नाड़ी संस्थान अत्यंत क्षीण तथा ज्ञानेद्रियाँ मुख्यत: लुप्त हो जाती हैं।
ज्ञानेंद्रियों पर प्रभाव ।
बहुत सी ऐसी बातें हैं जो हमारी ज्ञानेंद्रियों द्वारा आत्मसात् नहीं की जा सकतीं, जैसे पदार्थतरंगें, किंतु गणित के सूत्रों के द्वारा उनकी छानबीन संभव हो पाई है और प्रयोगों द्वारा उनकी पुष्टि भी हुई है।
चमगादड़ को प्रतिध्वनि का बोध किसी एक ज्ञानेंद्रिय द्वारा नहीं, बल्कि कई ज्ञानेंद्रियों की मिली जुली सहायता से होता है।
आँख, कान इत्यादि ज्ञानेंद्रियों और हाथ पाँव इत्यादि कमेंद्रियों, तथा मन और प्राण इत्यादि से रहित वह अज, अनादि, नित्य, विभु, सूक्ष्मातिसूक्ष्म, सर्वज्ञ, सर्वव्यापक, दिव्य और वर्णनातीत है (1. 1. 6, 2. 1.2)।
सभी ज्ञानेंद्रियों - नेत्र, कर्ण, नासा, जिह्रा तथा त्वचा - से आवेग यहीं पर आते हैं, जिनको समझना अर्थात् ज्ञान प्राप्त करना मस्तिष्क का काम्र है।
चिन्ह, लक्षण या वृत्तांत, अर्थात् घायल के शरीरगत चिन्ह, जैसे सूजन, कुरूपता, रक्तसंचय इतयादि प्राथमिक उपचारक को अपनी ज्ञानेंद्रियों से पहचानना तथा लक्षण, जैसे पीड़ा, जड़ता, घुमरी, प्यास इत्यादि, पर ध्यान देना चाहिए।
पांच ज्ञानेंद्रियां- आंख, कान, नाक, जीभ और त्वचा; पांच कर्मेंद्रियां- हाथ, पैर, मुंह, गुदा और लिंग और चार अंतःकरण- मन बुद्धि चित्त और अहंकार।
ज्ञानेंद्रिय इसके अंग्रेजी अर्थ का उदाहरण
For example, microscopic sensilla in the form of flattened sense organs on the antennae of aphids are referred to as rhinaria.