चिकन पॉक्स Meaning in English
चिकन पॉक्स शब्द का अंग्रेजी अर्थ : chicken Pox
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चिकन-पॉक्स हिंदी उपयोग और उदाहरण
यह टीका चिकन पॉक्स के हल्के संक्रमण को रोकने के लिये 70 से 80 प्रतिशत असरदार होता है और गंभीर रूप से संक्रमण को रोकने के लिये 95 प्रतिशत असरदार होता है।
चिकन पॉक्स का संक्रमण महामारी की तरह फैलता है।
साहित्यकार चिकन पॉक्स (छोटी माता) वेरीसेल्ला जोस्टर वाइरस के संक्रमण से होने वाली बीमारी है।
अगर आपका बच्चा चिकन पॉक्स से ग्रस्त है और उसे बार बार खुजली करने का मन करता है तो सोते समय उसके हाथों में दस्ताने या जुराबें डालकर रखें।
"" गर्भावस्था में माता को जर्मन मीज़ल्स नीरमयी छोटी माता (चिकन पॉक्स), वायरस के कारण मस्तिष्कार्ति (वायरस एनसेफ़ैलाइटिज़) इत्यादि होना और माता-पिता के रुधिरों में परस्पर विषमता (इनकॉम्पैटिबिलिटी), माता-पिता में उपदंश (सिफ़लिस) और जन्म के समय चोट अथवा अन्य क्षति महत्वपूर्ण कारण समझे जाते हैं।
चिकन पॉक्स की शुरुआत से पहले पैरों और पीठ में पीड़ा और शरीर में हल्की बुखार, हल्की खांसी, भूख में कमी, सर में दर्द, थकावट, उल्टियां वगैरह जैसे लक्षण नज़र आते हैं और 24 घंटों के अन्दर पेट या पीठ और चेहरे पर लाल खुजलीदार फुंसियां उभरने लगती हैं, जो बाद में पूरे शरीर में फैल जाती हैं जैसे कि खोपड़ी पर, मुहं में, नाक में, कानों और गुप्तांगो पर भी।
चिकन पॉक्स का निवारण:।
उन्होंने खसरा, गलसुआ (मम्प्स), हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी, छोटी माता (चिकन पॉक्स), तानिकाशोथ (मेनिन्जाइटिस), न्यूमोनिया और हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा बैक्टीरिया पर टीके विकसित किए।
चिकन पॉक्स के फफोले एक इंच चौड़े होते हैं और उनका तल लाल किस्म के रंग का होता है और 2 से 4 दिनों में पूरे शरीर में तेज़ी से फैल जाते हैं।
चिकित्सक सलाह देते हैं कि चिकन पॉक्स के निवारण के लिये 12 से 15 महीनों की उम्र के बीच बच्चों को चिकन पॉक्स का टीका और 4 से 6 वर्ष की उम्र के बीच बूस्टर टीका लगवा लेना चाहिये।
चिकन पॉक्स के लक्षण:।
गर्भावस्था में माता को जर्मन मीज़ल्स नीरमयी छोटी माता (चिकन पॉक्स), वायरस के कारण मस्तिष्कार्ति (वायरस एनसेफ़ैलाइटिज़) इत्यादि होना और माता-पिता के रुधिरों में परस्पर विषमता (इनकॉम्पैटिबिलिटी), माता-पिता में उपदंश (सिफ़लिस) और जन्म के समय चोट अथवा अन्य क्षति महत्वपूर्ण कारण समझे जाते हैं।
छोटी माता (चिकन पॉक्स) के संक्रमण से पूरे शरीर में फुंसियों जैसी चक्तियाँ विकसित हो जाती हैं जो दिखने में खसरे की बीमारी की तरह भी लगती है।