गुरेज Meaning in English
गुरेज शब्द का अंग्रेजी अर्थ : gurez
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गुरेज हिंदी उपयोग और उदाहरण
अच्छी गुरेज़ वह है जिसमें कवि 'तश्बीब' से 'तारीफ' (प्रशंसा) पर इस तरह आ जाए कि पढने वालों को यह पता ही न चले कि प्रशंसा का विषय ठूँस-ठाँसकर लाया गया है।
आम तौर पर रूढ़ीवादी चीनी लोग अपनी कटोरी या थाली में एक या दो निवालों से ज़्यादा उठाने को बुरा समझते हैं, मानों आप पश्चिमी तौर-तरीक़े से खा रहे हों. संक्रामक महामारियों के दौरान या यदि कोई व्यक्ति पश्चिम से आया हो तो ज़्यादातर चीनी लोग इससे गुरेज़ नहीं करते.।
फिर यह कुछ दूर तक नियंत्रण रेखा के साथ-साथ चलकर गुरेज़ के पास पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में दाख़िल हो जाती है।
यह तो कुछ नहीं साहिब आजकल के बच्चे तो माँ बाप को गालिया देने से गुरेज नहीं करते।
इस समझ के चलते मार्क्स और एंगेल्स को समाजवाद की विस्तृत व्याख्या करने या उसे परिभाषित करने से भी गुरेज़ था।
""1 मई को लगातार हुयी बरसात से तमाम किसानों की खड़ी अथवा कटी गेंहू की सफलों पर बुरा असर पड़ा हालांकि अगले दिन तासीर की गर्माहट और प्रशासन द्वारा राहत पहुंचाने की घोषणा से थोड़ी तसल्ली तो हुयी मगर कुछ सवाल जो किसानों की मायूसी दूर नही कर पा रहे उन सवालों का हल तलाशने की गुरेज इसलिए है ताकि किसानों के हल उनके खेतों में चल सकें।
लेकिन भ्रष्ट राजनीतिज्ञ थेराॅन, जिसके मुताबिक यह समिति उसके ही 'हक' में बोलेगी तथा यहां तक की रानी साहिबा पर लांछन डालता है, कि अपनी मांग मनवाने के लिए वह जिस्मानी संबंध से भी गुरेज नहीं करेगी।
इस मोड को गुरेज़ कहते है।
इस ज़िले में अधिकतर लोग कश्मीरी भाषा बोलते हैं हालाँकि इस ज़िले के उत्तरी भाग के गुरेज़ क्षेत्र में शीना भाषा बोली जाती है।
"" उनके इस संकलन की विशेषता यह है कि उनके जो लेख पहले पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके थे उन्होंने संकलन में आवश्यक बदलाव करने में कोई गुरेज़ नहीं किया।
जिन भारत-नियंत्रित वादियों में यह बोली जाती हैं उनमें गुरेज़, द्रास, करगिल और लद्दाख़ के कुछ पश्चिमी हिस्से शामिल हैं।
1 मई को लगातार हुयी बरसात से तमाम किसानों की खड़ी अथवा कटी गेंहू की सफलों पर बुरा असर पड़ा हालांकि अगले दिन तासीर की गर्माहट और प्रशासन द्वारा राहत पहुंचाने की घोषणा से थोड़ी तसल्ली तो हुयी मगर कुछ सवाल जो किसानों की मायूसी दूर नही कर पा रहे उन सवालों का हल तलाशने की गुरेज इसलिए है ताकि किसानों के हल उनके खेतों में चल सकें।
ऐसा इंसान जिसे नेताओं से अपनी बात साफ़ साफ़ कहने में कोई गुरेज़ नहीं था, 'ऐसा शख़्स जिसे दस्तूर की कोई फ़िक्र नहीं थी।