गन्ध,बास Meaning in English
गन्ध,बास शब्द का अंग्रेजी अर्थ : scent bass
, smell bass
ऐसे ही कुछ और शब्द
सड़ांधबिना गंध
गंधयोग्य
दुर्गंन्धयुक्त
दुर्गन्धयुक्त श्वास
घंघोलना
प्रगालक
प्रगलनशाला
स्मेज़
मुसकुराहट
मुस्कुराहट होना
स्मित
मुसकान
हसूला,कुल्हाड़ी
मुस्कुराहटयुक्त
गन्ध,बास हिंदी उपयोग और उदाहरण
इसके पुष्प की सुगन्ध, विभिन्न रंग, कम वजन एवं अधिक दिनों तक तरोताजा बने रहने के कारण मुख्य दस कर्तित पुष्पों में इसका स्थान है।
ओडिशा के विश्वविद्यालय जैवनिस्यन्दन (बायोफिल्ट्रेशन) एक नवीन तकनीक है, जिसके द्वरा दुर्गन्धपूर्ण गैस और कम सान्द्र वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों (वोलेटाइल आर्गेनिक कंपाउंड्स) को समाप्त किया जाता है।
परम्परागत कमाऊ शौचालय पर्यावरण को प्रदूषित करते थे और दुर्गन्ध फैलाते थे।
इस मणि को अँगूठी में धारण करने से बुद्धि बल की वृद्धि होती है तथा शरीर से दुर्गन्ध नष्ट होती है।
भाषाविदों का मानना है कि कश्मीर के पहाड़ों में रहने वाले पूर्व नागावासी जैसे गन्धर्व, यक्ष और किन्नर आदि ,बहुत पहले ही मूल आर्यन से अलग हो गए।
मोगरा के फूल से सुगन्धित फूलों की माला और गजरे तैयार किये व पहने जाते हैं।
यह विभिन्न संस्कृतियों की अनेकता में एकता का जैसे आकर्षक गुलदस्ता है, मध्यप्रदेश, जिसे प्रकृति ने राष्ट्र की वेदी पर जैसे अपने हाथों से सजाकर रख दिया है, जिसका सतरंगी सौन्दर्य और मनमोहक सुगन्ध चारों ओर फैल रहे हैं।
""उपन्यास के अंत में वह एक अपार्टमेंट में जाता है जहाँ उसने विकृत किये गए मृत शरीरों को इकठ्ठा किया है; बेटमैन के आश्चर्य की कोई सीमा नहीं रहती जब वह एक बिल्कुल साफ-सुथरे, सुसज्जित आपार्टमेंट में प्रवेश करता है जहाँ सड़ती हुई लाशों का कोई अता-पता नहीं है, लेकिन कई तेज सुगंध वाले फूल हैं, संभवतः जिन्हें दुर्गन्ध को छिपाने के लिए रखा गया था।
पुरा कैलासशिखरे सिद्धगन्धर्वसेविते | तत्र कल्पलतापुष्पमन्दिरेऽत्यन्तसुन्दरे || ८||।
८-सरसिजनिलया, सरोजहस्ता, धवलतरांशुकगन्धमाल्यशोभा, भगवती, हरिवल्लभा, मनोज्ञा, त्रिभुवनभूतिकारी।
तत्पश्चात् उसे आशीर्वाद देते हुये कहा, तुम्हारे शरीर से जो मछली की गंध निकलती है वह सुगन्ध में परिवर्तित हो जायेगी।
कनखल यानी हरिद्वार तक या कैलाश तक तो हम मान जाते हैं, परन्तु इसके उत्तर गन्धर्वों की नगरी अलकापुरी को हम कोरी कल्पना समझते हैं।
""4. तृषा (प्यास): नागरमोथा, पित्तपापड़ा, उशीर (खस), लाल चंदन, सुगन्धवाला, सौंठ आदि पदार्थों को पीसकर काढ़ा बना लें।