कर्मठ Meaning in English
कर्मठ शब्द का अंग्रेजी अर्थ : working diligently
ऐसे ही कुछ और शब्द
काम करने का फट्टा रसोई मेंकाम करने में
ऐतो में काम करना
व्यावहारिक ज्ञान
कामकाजी अवकाश
काम करनेवाले मनुष्य
कामकाजी आदमी
कार्यसाधक संख्या
चार मनुष्यों का एक साथ काम करना
एड़ी चोटी का ज़ोर लगाकर
श्रमजीवी व्यक्ति
काम करने का कमरा
कार्य करने का ढंग
काम करने का मेज
काम करने की मेज
कर्मठ हिंदी उपयोग और उदाहरण
"" वह बहुत ही सरल स्वभाव की कर्मठ जागरूक ऊर्जावान व्यक्तित्व हैं।
"" दिल्ली से प्रकाशित वामपंथी अंग्रेज़ी दैनिक समाचार पत्र ‘पेट्रियट’ से वे जीवनपर्यंत कर्मठता से जुड़ी रहीं।
हिन्दी के यह कर्मठ सिपाही कविता भी लिखते हैं और मंच पर कवि सम्मेलनों का संचालन भी करते हैं।
परंतु अपनी कर्मठता एवं दृढ़ संकल्पशीलता से शीला संधू ने न केवल यह आशंका दूर की, बल्कि सुमित्रानंदन पंत, भगवती चरण वर्मा, हरिवंश राय बच्चन, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, शिवमंगल सिंह सुमन, बाबा नागार्जुन और फणीश्वर नाथ रेणु का विश्वास भी अर्जित किया और इस प्रकार राजकमल की स्थापित प्रसिद्धि का विस्तार किया।
मगध राज्य की उन्नति के लिए जिस कर्मठता और सेवाभाव से आपने अनीतिक और क्रूर शासक घननंद के लिए कार्य किये हैं उसी प्रकार यदि आप सुयोग्य और नीतिपरक चन्द्रगुप्त के लिए प्रधान अमात्य का पद स्वीकार कर लें तो आपके मित्र के प्राण बच सकते हैं।
"" सारतत्व में वह एक वितरागी, तपस्वी, कर्मठ और मर्यादाओं का पालन करनेवाले व्यक्ति थे, जिनका जीवन आज भी अनुकरणीय है।
दिल्ली से प्रकाशित वामपंथी अंग्रेज़ी दैनिक समाचार पत्र ‘पेट्रियट’ से वे जीवनपर्यंत कर्मठता से जुड़ी रहीं।
अपने समुदाय के मामलों को कर्मठता से निपटाने के अलावा उन्होने भारत के मुसलमानों में तेज़ी से अग्रणी स्थान हासिल कर लिया।
उनकी सेवाओं के लिए १७ जनवरी १९७५ को विशाल समारोह में मारवाड़ के कृषक समाज की और से आपको एक अभिनन्दन पत्र भेंट किया गया जिसमें आपको 'किशान जागृति के अग्रदूत' और 'कर्मठ समाज सुधारक' के रूप में याद किया।
एक कर्मठ और ईमानदार प्रशासक के रूप में उन्हें तब जनता के बीच में पहचान मिली जब कोलार ज़िले के उपायुक्त के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने ज़िले में सरकारी भूमि पर किये गए अतिक्रमण और बेरोकटोक रूप से चल रहे अवैध रेत खनन के विरुद्ध अभियान चलाया।
इनके पिता स्वर्गीय सुधर सिंह अत्यंत सरल हृदय एवं कर्मठ किसान थे एवं माता स्वर्गीय श्रीमती मूर्ती देवी एक कुशल गृहिणी थी।
बाद में उन्होंने अपनी निष्ठा और कर्मठता के बल पर राजनीति के महत्वपूर्ण पदों को भी हासिल किया।
वे भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के अग्रणी पंक्ति के नेता तो थे ही, समर्पित राजनयिक, हिन्दी के अनन्य सेवक, कर्मठ पत्रकार, तेजस्वी वक्ता और समाज सुधारक भी थे।