एलोपैथी Meaning in English
एलोपैथी शब्द का अंग्रेजी अर्थ : Alopathi
, allopathy
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एलोपैथी हिंदी उपयोग और उदाहरण
एम0डी0 डिग्री प्राप्त एलोपैथी चिकित्सा विज्ञान के ज्ञाता थे।
यूनानी चिकित्सा पद्धति का इतिहास बड़ा शानदार था पर वर्तमान में एलोपैथी के सामने इसका टिकना बड़ा कठिन हो रहा है।
य आधुनिक चिकित्सा विज्ञान को एलोपैथी (Allopathy) या एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति (Allopathic medicine) कहते हैं।
स्वयं एलोपैथी की स्थापना इसी पद्धति पर हुई थी (ऐलोज़ विपरीत ; अपैथोज़ वेदना)।
परिसर से लगभग 25 किलोमीटर के आस-पास कोई चिकित्सालय न होने के कारण यहां के ग्रामवासियों को अपनी प्राथमिक चिकित्सा के लिए भी ऋषिकेश या हरिद्वार जाना पड़ता था, जिसे ध्यान में रखते हुए इस चिकित्सालय में एलोपैथी, आयुर्वेद तथा पंचकर्म चिकित्सा उपलब्ध है।
राजीव दीक्षित जी ने एलोपैथी के लूटतंत्र को देखकर फैसला किया कि वो आयुर्वेद का अध्ययन करेंगे और उन्होंने कई महान आयुर्वेद ज्ञाताओं की पुस्तकों की लगभग 5 वर्ष तक अध्ययन किया और वाग्भट जी के ग्रंथ अष्टांग ह्र्दयम् और अष्टांग संग्रहम़ पर आधारित 3 पुस्तकें भी लिखी।
3.नाथद्वारा क्षेत्र के अन्य चिकित्सक (एलोपैथी) : डॉ बाबूलाल कुमार, डॉ सतीश श्रीमाली, डॉ रामप्रसाद चावला, डॉ सरोज बहेडिया।
इसके एक्सपर्ट मुख्य रूप से बीमारियों से बचाव का काम करते हैं और इलाज में मरीज के बेहतर इलाज के निए एलोपैथी एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर काम करते हैं।
इसके अतिरिक्त उसमें सदृश चिकित्सा (होम्योपैथी), विरोधी चिकित्सा (एलोपैथी), जलचिकित्सा (हाइड्रोपैथी), प्राकृतिक चिकित्सा (नेचुरोपैथी), योग, सर्जरी, नाड़ी विज्ञान (पल्स डायग्नोसिस) आदि आजकल के अभिनव चिकित्सा प्रणालियों के मूल सिद्धान्तों के विधान भी 2500 वर्ष पूर्व ही सूत्र रूप में लिखे पाये जाते हैं ।
लेकिन पाश्चात्य में औद्योगीकरण के समय जैसे अन्य विज्ञानों का आविष्कार व उद्धरण हुआ उसी प्रकार आधुनिक आयुर्विज्ञान एलोपैथी का भी विकास हुआ जो कि तथ्य आधारित चिकित्सा पद्धति के रूप में उभरी।
इसके पीछे वारियर का उद्देश्य एलोपैथी और आयुर्वेद में सामंजस्य तलाशना था।
2.नाथद्वारा मूल के चिकित्सक (एलोपैथी) : डॉ. सी.एल.पालीवाल, डॉ भरत छापरवाल, डॉ राजेंद्र प्रसाद शर्मा, डॉ जुगल किशोर छापरवाल, डॉ जगदीश चंद्र शर्मा, डॉ विष्णु लखोटिया, डॉ राजेश छापरवाल, डॉ गिरिराज राठी, डॉ दीपक सेठी।
यह नाम होम्योपैथी के जन्मदाता सैमुएल हैनीमेन ने दिया था जिनका यह नाम देने का आशय यह था कि प्रचलित चिकित्सा-पद्धति (अर्थात एलोपैथी) रोग के लक्षण के बजाय अन्य चीज की दवा करता है।