एक्विनास Meaning in English
एक्विनास शब्द का अंग्रेजी अर्थ : aquinos
, aquinas
ऐसे ही कुछ और शब्द
अक्वीनअरब देश का
अरबाल्ट
अरेबियन
अरबी घोड़ा
अरबीडोफिसिस थालीआना
अरेबिज़
अरबीकृत
कृषि योग्य
अराचिस
अारचना
आरागोनीज़
अारक्षित
अारसल
अरालियासी
एक्विनास इसके अंग्रेजी अर्थ का उदाहरण
es/alicante/20080202/orihuela/dolores-consistorio-preve-maquinas-20080202.
एक्विनास हिंदी उपयोग और उदाहरण
सन्दर्भ सेण्ट थॉमस एक्विनास (Thomas Aquinas ; 1225 – 7 मार्च 1274) को मध्ययुग का सबसे महान राजनीतिक विचारक और दार्शनिक माना जाता है।
इसके अलावा, सेंट थामस एक्विनास, जो कैथोलिक चर्च के प्रमुख थिओलोजियन थे, ने यह तर्क दिया कि ब्याज की मांग करना गलत है क्योंकि यह 'दुगने प्रभार' के बराबर है क्योंकि इसमें वस्तु और उसके इस्तेमाल दोनों के लिए प्रभार लगाया जाता है।
सेण्ट एक्विनास ने न केवल अरस्तू और आगस्टाइन के बल्कि अन्य विधिवेत्ताओं, धर्मशास्त्रियों और टीकाकारों के भी परस्पर विरोधी विचारों में समन्वय स्थापित किया है।
उदाहरण के लिए, कैथोलिक धर्मशास्त्री थॉमस एक्विनास ने सभी जीवों को 'आत्मा' (एनिमा) के लिए जिम्मेदार ठहराया लेकिन तर्क दिया कि केवल मानव आत्माएं अमर हैं।
उनमें से थॉमस एक्विनास आदि कुछ विचारकों ने मुहम्मद की इस बात के लिए आलोचना की कि उन्होने अगले जन्म में इन्द्रिय आनन्द मिलने का वादा किया।
’सुम्मा थियोलॉजिका‘ (Summa Theologica) भी एक्विनास का एक ऐसा महान ग्रन्थ माना जाता है, जिसमें प्लेटो तथा अरस्तू के दर्शनशास्त्र का रोमन कानून और ईसाई धर्म-दर्शन के साथ समन्वय स्थापित किया गया है।
’रूल ऑफ प्रिन्सेस‘ (Rule of Princess), ’सुम्मा कण्ट्रा जेंटाइल्स‘ (Summa Contra Gentiles) ’टू दि किंग ऑफ साइप्रस‘ (To the King of Cyprus) ’ऑन किंगशिप‘ (On Kingship) भी एक्विनास की अन्य रचनाएँ हैं।
या 'महिलाओं के मानवाधिकारों की रक्षा में एक धर्म के रूप में धर्म' रोम में एंजेलिकम के सेंट थॉमस एक्विनास के पोंटिफिकल विश्वविद्यालय में।
13 वीं शताब्दी के महान दार्शनिक सेण्ट थॉमस एक्विनास का जन्म 1225 ई॰ में नेपल्स राज्य (इटली) के एक्वीनो नगर में हुआ।
’ऑन किंगशिप‘ में एक्विनास ने राजतन्त्र व नागरिक शासन पर चर्चा की है।
सेण्ट आगस्टाइन के विश्वास (Faith) तथा अरस्तू के विवेक (Reason या तर्क में समन्वय स्थापित करने का प्रयास एक्विनास ने किया।
""सेण्ट थॉमस एक्विनास के राज-दर्शन का प्रतिबिम्ब उसकी दो रचनाएँ ’डी रेजिमाइन प्रिन्सिपम‘ (De Regimine Principum) तथा ’कमेण्ट्री ऑन अरिस्टॉटिल्स पॉलिटिक्स‘ (Commentary on Aristotle's Politics) है।
एक्विनास, टी., सेंट, 'प्रश्न 110: झूठ बोलना', सुम्मा थियोलॉजी में (II.II), Vol. 41, मानव समुदाय में न्याय के गुण (लंदन, 1972).।