अधिकार पृच्छा Meaning in English
अधिकार पृच्छा शब्द का अंग्रेजी अर्थ : rights Page
, right page
ऐसे ही कुछ और शब्द
सही पार्टिसिपलअधिकार विरोध
साधिकार प्रतिनिधि
ठीक समय का सिगनल
हक से महरूम
हक से महरूमी
सही कृदंत
दायां वेंट्रिकल
सुमति
दक्षिण पंथी व्यक्ति
दक्षिणपंथी विंग्स
समकोणीय
धर्माध
सदाचारी
धर्म भीरुता से
अधिकार-पृच्छा इसके अंग्रेजी अर्थ का उदाहरण
For some books, it is also possible to link directly to the front cover, title page, copyright page, table of contents, index, and back cover, by using an appropriate parameter.
Vintage Books have "First Edition" printed on the copyright page with a '1' that is present.
To analyze book reading conventions the child is asked to identify the front of the book, identify which page is read first (the left page or the right page).
Tales of the Spectre Kings (GK2724 on cover; GK2714 on copyright page, 2001).
However the copyright page of the book bears the boilerplate disclaimer that all events are fictional.
When the paperback version was issued by Plume publishing, a member of the Penguin Group, in 2001, the copyright page of the book disavowed any connection with the real-life website.
"nbsp;III (Preface) and the copyright page.
|| style"text-align: center;"| Under Cover || Sections of a book; Cover, Title page, Copyright page, Table of Contents, Foreword, Preface, Index, Glossary, and Bibliography.
The copyright page notes that "This book is a work of fiction".
Acknowledges Bishop's authorship within the copyright page.
अधिकार-पृच्छा हिंदी उपयोग और उदाहरण
उसका यह कार्य हैबियस कार्पस (बंदीप्रत्यक्षीकरण), मैडेसस (परमादेश या नीचे की अदालतों को मुकदमे के कागज बड़ी अदालत में भेजने का निर्देश), प्रतिषेध प्रादेश (नीचे की अदालत को मुकदमा रोक देने का आदेश, अथवा क्वो वारंटो (अधिकार पृच्छा) आदि की शक्ल में हो सकता है।
5 अधिकार पृच्छा-------- यह रिट उस स्थिति में जारी की जाती है जब कोई लोकसेवक किसी पद को ग्रहण करने योग्य है या नहीं का प्रश्न उठाया जाता है यह कोई भी व्यक्ति ला सकता है इस मामले में कोर्ट पदासीन व्यक्ति के पद ग्रहण की अधिकारिता का परीक्षण करता है यदि वह पद के योग्य ना हो तो उसे पद से हटाने का निर्देश दे सकता है।
सर्वोच्च न्यायालय को मूल अधिकारों के प्रवर्तन के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण, परमादेश, निषेध, उत्प्रेषण और अधिकार पृच्छा प्रादेश (रिट, writ) जारी करने का अधिकार दिया गया है, जबकि उच्च न्यायालयों को अनुच्छेद 226 - जो एक मैलिक अधिकार नहीं है - मूल अधिकारों का उल्लंघन न होने पर भी इन विशेषाधिकार प्रादेशों को जारी करने का अधिकार दिया गया है।
अधिकार पृच्छा : जब न्यायालय को लगता है कि कोई व्यक्ति ऐसे पद पर नियुक्त हो गया है जिस पर उसका कोई कानूनी अधिकार नहीं है तब न्यायालय 'अधिकार पृच्छा आदेश' जारी कर व्यक्ति को उस पद पर कार्य करने से रोक देता है।
""अधिकार पृच्छा : जब न्यायालय को लगता है कि कोई व्यक्ति ऐसे पद पर नियुक्त हो गया है जिस पर उसका कोई कानूनी अधिकार नहीं है तब न्यायालय 'अधिकार पृच्छा आदेश' जारी कर व्यक्ति को उस पद पर कार्य करने से रोक देता है।