<< मोहनिद्रा अज्ञान >>

अज्ञान,अबोध्यता Meaning in English



अज्ञान,अबोध्यता शब्द का अंग्रेजी अर्थ : ignorance infertility


अज्ञान,अबोध्यता हिंदी उपयोग और उदाहरण

भारतीय दर्शनों का भी एक ही लक्ष्य दुखों के मूल कारण अज्ञान से मानव को मुक्ति दिलाकर उसे मोक्ष की प्राप्ति करवाना है।


दीपावली को विभिन्न ऐतिहासिक घटनाओं, कहानियों या मिथकों को चिह्नित करने के लिए हिंदू, जैन और सिखों द्वारा मनायी जाती है लेकिन वे सब बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश, अज्ञान पर ज्ञान और निराशा पर आशा की विजय के दर्शाते हैं।


इस संबोधन में उनको बल-पूर्वक सावधान किया गया है कि तुमने दुराग्रह और हठधर्मी के साथ अपने आधारहीन अज्ञानयुक्त विचारों पर आग्रह किया , अल्लाह को छोड़कर उन आराध्यों पर भरोसा किया जिनके पास कोई शक्ति नहीं है और अल्लाह के रसूल को झुठला दिया ।


तीसरे यह कि इस रसूल का उठाया जाना और इस किताब का अवतरण उस विशिष्ट घड़ी में हुआ जब अल्लाह भाग्यों के फ़ैसले किया करता है और अल्लाह के फ़ैसले बोदे नहीं होते कि, जिसका जी चाहे उन्हें बदल डाले, न वे किसी अज्ञान और नादानी पर आधारित होते हैं कि उनमें ग़लती और और स्वामी की कोई आशंका हो।


बैरी लिखते हैं कि जब पीटर ने सोचा कि वह मारूनर की चट्टान पर मरने जा रहा था, उसे डर महसूस हुआ, फिर भी जब कोई अन्य व्यक्ति तबतक डरा हुआ महसूस कर सकता था जब तक कि उसकी मौत ना हो जाती, उसे केवल अपने शरीर में एक कंपकंपी सी दौड़ती महसूस हुई. मौत की त्रासदी से अपनी सुखद अज्ञानता के साथ वह कहता है, 'मरना एक बहुत ही बड़ा रोमांचकारी अनुभव होगा.'।


वह अंधकार व अज्ञानता रुपी राक्षसों से रक्षा करने वाली तथा कल्याणकारी हैं।


इसी ग्रंथ में 'हंस कबीर' मुक्तात्मा सूचक है, 'कहहिं कबीर' गुरुवचन (कबीर के लिए) कहैं कबीर 'और' 'कबीर' अन्योक्ति का, 'दास कबीर' ईश्वर के उपासकों का और 'कबीरा' तथा 'कबिरन' अज्ञानी तथा वंचक गुरुओं के लिए प्रयुक्त हुआ है।


राजा परीक्षित ने पूछा - 'हे महाभाग! वह कौन सी धारणा है जो अज्ञानरूपी मैल को शीघ्र दूर कर देती है और उस धारणा को कैसे किया जाता है?'।


न चाहते हुए भी आँख की पलकें गिरेंगी, पर न चाहते हुए अज्ञान में कोई क्रिया नहीं की जा सकती है।


""चिकित्सकीय यंत्र गुफ़ा की सीख (अंग्रेज़ी: Allegory of the Cave), जिसे प्लेटो की गुफा और गुफ़ा की रूपक कथा भी कहा जाता है, एक सिद्धांत दर्शाने वाली रूपक कथा है जिसे यूनानी दार्शनिक प्लेटो (अफ़लातून) ने अपने प्रसिद्ध रिपब्लिक नामक ग्रन्थ में 'हमारे प्राकृतिक ज्ञान और अज्ञान' पर प्रकाश डालने के लिए सम्मिलित किया था।


""अज्ञान- जड़ता, मूर्खता, अविद्या, मोह, अविवेक।


यद्यपि शुद्ध भक्ति बिना द्वैतभाव के संभव नहीं है और द्वैतभाव अज्ञान मूलक है किन्तु ज्ञान प्राप्त कर लेने पर जब द्वैत मूलक भाव की कल्पना कर ली जाती है तब उससे किसी प्रकार की हानि की संभावना नहीं रहती।


इस सूरा में बड़े ज़ोर के साथ कुरैश और अरब वालों की उन अज्ञानपूर्ण धारणाओं और अन्धविश्वासों की अलोचना की गई है जिन पर वे दुराग्रह किए चले जा रहे थे और अत्यन्त मज़बूत और दिल में घर करनेवाले तरीके से उनके बुद्धिसंगत न होने को उजागर किया गया है।





अज्ञान,अबोध्यता Meaning in Other Sites